"मोना लीज़ा": अवतरणों में अंतर

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==निर्माता==
 
मोनालिसा विश्‍व प्रसिद्ध इटली के महान कलाकार लियनार्डो दि विंची की वह अमर कलाकृति है जिसे विंची ने सन् 1503 से 1506 के मध्य पेंट किया इस चित्र को बनाने में लियनार्डो को चार वर्ष लगे, यद्यपि इसी दौरान उन्होंने ''सेंट पॉल बपतिस्त'' तथा ''वर्जिन एण्ड चाईल्ड विद सेंट आंद्रे'' नामक दो अन्य कलाकृतियाँ भी बनाई। लगभग 500 वर्ष पूर्व 30.5” ऊँचे 20 7/8 चौड़े, 12 मी0 मी0 मोटाई के पोपलर लकड़ी के पैनल पर तेल के रंगों से यह चित्र बनाया गया।<ref name=":0">{{Cite web|url=https://nari.punjabkesari.in/nari/news/untold-facts-of-mona-lisa-painting-1032965|title=दुनिया की रहस्यमय पेटिंग मोनालिसा से जुड़े 7 राज - mobile|date=2019-08-01|website=punjabkesari|access-date=2020-09-19}}</ref>
 
इस कलाकृति को बनाने वाले कालजयी कलाकार लियोनार्दो दा विंची का जन्म ईटली के फ्लोरेंस शहर के पूर्व दिशा में स्‍थित विंची नामक एक छोटे से कस्बे में सन् 1452 को हुआ था। इनके पिता सर पियरें द विंची एक नोटरी थे। बचपन से ही कला में लियनार्डो की गहरी रूची देखते हुए पिता ने कला की उच्च शिक्षा के लिए उसे पैरिस भेज दिया। जो कि उस समय कला शिक्षा का एक प्रमुख केन्द्र था, यहाँ रह कर वे एक बेराकिया के स्टूडियों में कला की शिक्षा लेने लगे। यहाँ रहकर लियनार्डो ने अपने गुरू से चित्रकला का व्यापक ज्ञान प्राप्‍त किया व इसकी बारीकियों से परिचित हुए। शीघ्र ही गुरू ने महसूस किया कि उनका शिष्य उनसे भी कहीं गुणी व प्रतिभावान है, अतः गुरू के पास जितना भी ज्ञान था, अपने शिष्य विंची को दे दिया।
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==विषय==
सन् 1805 तक फ्रांस के शाही कला संग्रह की शोभा रही यह पेंटिंग अब पेरिस के लूव्र संग्रहालय में प्रदर्शित है। इस तस्वीर के बारे में कहा जाता है कि पोर्ट्रेट में चित्रित महिला इटली के एक धनी रेशम व्यापारी की पत्नी थी। चित्र की पृष्ठभूमि में खूबसूरत नदी, वृक्ष व झरनेयुक्त प्राकृतिक दृश्य दिखाई देते हैं। ऐसा लगता है जैसे स्टूडियों में एक विशाल खुली हुई खिड़की के सामने बैठाकर विषय को चित्रित किया गया है। <!-- कहा जाता है कि 16 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में जब यह पेंटिंग बनाई गई उस समय इटली के अभिजात्य वर्ग की महिलाओं में अपनी भौहों को शेव करना फैशन में था तब फ्रांस में धनाढ़य वर्ग की महिलाएं भौहें नहीं रखती थी, सफाचट भौहें सुन्दरता व समृद्धि का प्रतीक मानी जाती थी, यही कारण है कि मोनालीसा की भी भौहें नहीं है। (हटाया: विकि ''कहा जाता है'' जैसी सुनी सुनाई बातों पर नहीं बल्कि तथ्यात्मक आधार पर संदर्भों के साथ लिखा जाता है।)--> २००७ में फ्रांसीसी अभियंता पास्कल कोटे ने घोषणा के अनुसार चित्र पर किए गए उनके अति उच्च रेजोल्युशन स्कैन से पता चलता है कि मोनालिसा को वास्त्व में [[भौहें|भौहों]] के साथ चित्रित किया गया था लेकिन समय के साथ-साथ यह रंग उतर गये। उन्होंने इसके पीछे अत्यधिक सफाई को एक संभावित वजह माना।<ref>{{cite web|url=http://www.telegraph.co.uk/culture/art/3668700/Solved-Why-Mona-Lisa-doesnt-have-eyebrows.html|title="Solved: Why Mona Lisa doesn't have eyebrows|trans-title=मोनालिसा की अनुपस्थित भौंहों का जवाब मिला।|work=द टेलिग्राफ़|date=२२-१०-२००७|accessdate=२९-१०-२०१५|place=लंदन|author=रिचर्ड होल्ट|archive-url=https://web.archive.org/web/20100404082647/http://www.telegraph.co.uk/culture/art/3668700/Solved-Why-Mona-Lisa-doesnt-have-eyebrows.html|archive-date=4 अप्रैल 2010|url-status=live}}</ref>
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अमेरिका के [[याले विश्वविद्यालय]] में शरीर संरचना विभाग के प्रोफेसर शेर्विन न्यूलैंड ने अपनी खोज में दावा किया है कि जब लियनार्डो ने मोनालिसा को बतौर मॉडल चित्रित किया, उस समय वह गर्भवती थी। यही वजह है कि उसने अपने शरीर पर एक भी आभूषण नहीं पहना है, यहाँ तक कि अंगुलियों में अँगूठी तक नहीं है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान शरीर पर आई सूजन के कारण उसने अँगूठियाँ पहले ही उतार कर रख दी होंगी, अन्यथा कोई भी धनवान स्त्री अपना चित्र बनवाते समय अपनी पसन्द के कुछ आभूषण तो अवश्‍य ही पहनती। शेर्विन का कथन है कि गर्भावस्था के कारण ही मोनालिसा के दोनों हाथों व चेहरे पर आई सूजन चित्र में स्पष्ट देखी जा सकती है। वह अपने दोनों हाथों को पेट पर इस प्रकार रखे हुए हैं जिससे गर्भावस्था में बढ़े हुए पेट का आकार छुप जाए।{{तथ्यहीन}} -->
 
फ्लोरेन्स जहाँ पर सन् 1503 में पेंटिंग बननी शुरू हुई वहाँ से प्राप्‍त दस्तावेजों के आधार पर उनका कथन है कि इसी वर्ष के अन्त में मोनालीसा ने एक शिशु को जन्म दिया था। एक इतालवी व अमेरिकी शोधकर्ता द्वारा फ्लोरेन्स से प्राप्‍त चर्च के पादरी द्वारा शिशु के नामकरण की धार्मिक रस्म के दस्तावेजों के हवाले से इस बात की पुष्‍टि की गई है। न्यूलैंड का विश्‍वास है कि मोनालिसा ने अपने पेट में पल रहे बच्चे की स्मृति व अनुसंशा से अपना चित्र बनवाया था।<ref>{{cite book|author=फरागो, क्लेयर जे.|year=1999|title=Leonardo's projects, c. 1500–1519|publisher=टेलर & फ़्रांसिस|ISBN 978-0-8153-2935-0|accessdate=29 October 2015}}</ref> उनका कथन है कि संसार में आने वाले नये जीवन का रोमांच व मातृत्व को पुलकित कर देने वाली प्रसन्नता के कारण ही उसके चेहरे पर यह अलैकिक व अद्भुत मुस्कान है। एक अन्य खोज में फ्लोरेंस निवासी जियूसेवे पल्लाती नामक एक अध्यापक ने 25 वर्षों तक शहर के तमाम प्राचीन दस्तावेजों व अभिलेखों की खाख छानने के बाद रहस्योद्धाटन किया, सन् 1495 में एक धनी रेशम व्यापारी सर फ्रांसिस्को डेल जकाडें के साथ लिसा घेरारदिनी का विवाह हुआ था।
 
एक अन्य खोज में फ्लोरेंस निवासी जियूसेवे पल्लाती नामक एक अध्यापक ने 25 वर्षों तक शहर के तमाम प्राचीन दस्तावेजों व अभिलेखों की खाख छानने के बाद रहस्योद्धाटन किया, सन् 1495 में एक धनी रेशम व्यापारी सर फ्रांसिस्को डेल जकाडें के साथ लिसा घेरारदिनी का विवाह हुआ था।
सन् 1550 में पुर्नजागरण कालीन कलाकारों के इटली निवासी प्रसिद्ध जीवनी लेखक जार्जियो वसारी द्वारा रेशम व्यापारी की पत्नी [[लीज़ा घेरार्दिनी]] की तस्वीर को '''मोना लीज़ा''' नाम दिया गया। इतालवी में ''मोना'' शब्द ''मैडम'' के लिये प्रयुक्त होता है। हलाँकि इसके सदियों बाद तक भी इस कलाकृति में चित्रित इस महिला को उसके अन्य प्रचलित नाम लाजिओकान्डे से भी जाना जाता रहा है। उस समय की अधिकतर कला-कृतियों की भांति इस चित्र में भी कलाकार के हस्ताक्षर, तिथि व पोज देने वाली महिला का नाम मुद्रित नहीं है।
 
सन् 1550 में पुर्नजागरण कालीन कलाकारों के इटली निवासी प्रसिद्ध जीवनी लेखक जार्जियो वसारी द्वारा रेशम व्यापारी की पत्नी [[लीज़ा घेरार्दिनी]] की तस्वीर को '''मोना लीज़ा''' नाम दिया गया। इतालवी में ''मोना'' शब्द ''मैडम'' के लिये प्रयुक्त होता है। हलाँकि इसके सदियों बाद तक भी इस कलाकृति में चित्रित इस महिला को उसके अन्य प्रचलित नाम लाजिओकान्डे से भी जाना जाता रहा है। उस समय की अधिकतर कला-कृतियों की भांति इस चित्र में भी कलाकार के हस्ताक्षर, तिथि व पोज देने वाली महिला का नाम मुद्रित नहीं है।<ref name=":0" />
 
पल्लानती के अनुसार लियनार्डो के पिता सर पियरे व फ्रांसिसको के घर परस्पर अधिक दूरी पर नहीं थे, पर दोनों ही परिवारों के बीच परस्पर घनिष्ठ संबंध थे। उस समय लीज़ा की आयु 24 वर्ष थी।