"रक्तचाप": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 2:
{{आज का आलेख}}
[[चित्र:Mercury manometer.jpg|thumb|[[रक्तचापमापी]] या [[स्फाइगनोमैनोमीटर]], रक्तचाप मापने के यंत्र को कहते हैं। ऊपर देखें एक [[मर्करी]] रक्तचापमापी]]
'''रक्तचाप''' ([[अंग्रेज़ी]]:''ब्लड प्रैशर'') रक्तवाहिनियों में बहते [[रक्त]] द्वारा वाहिनियों की दीवारों पर द्वारा डाले गये दबाव को कहते हैं। इसे हिंदी में [https://reshavrsnews.com/blood-pressure-normal-karne-ka-tarika-in-hindi/ हाइपरटेंशन] भी कहा जाता है, धमनियां वह नलिका है जो पंप करने वाले हृदय से रक्त को शरीर के सभी [[ऊतक|ऊतकों]] और इंद्रियों तक ले जाते हैं। [[हृदय]], रक्त को धमनियों में पंप करके धमनियों में रक्त प्रवाह को विनियमित करता है और इसपर लगने वाले दबाव को ही रक्तचाप कहते हैं। किसी व्यक्ति का रक्तचाप, सिस्टोलिक/डायास्टोलिक रक्तचाप के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है। जैसे कि १२०/८० सिस्टोलिक अर्थात ऊपर की संख्या धमनियों में दाब को दर्शाती है। इसमें हृदय की मांसपेशियां संकुचित होकर धमनियों में रक्त को पंप करती हैं। डायालोस्टिक रक्त चाप अर्थात नीचे वाली संख्या धमनियों में उस दाब को दर्शाती है जब संकुचन के बाद हृदय की मांसपेशियां शिथिल हो जाती है। रक्तचाप हमेशा उस समय अधिक होता है जब हृदय पंप कर रहा होता है बनिस्बत जब वह शिथिल होता है। एक स्वस्थ वयस्क व्यक्ति का सिस्टोलिक रक्तचाप पारा के 90 और १२० मिलिमीटर के बीच होता है। सामान्य डायालोस्टिक रक्तचाप पारा के ६० से ८० मि.मि. के बीच होता है।<ref name="">[http://www.indg.gov.in/health/diseases/93091594d924-91a93e92a रक्तचाप ]{{हिन्दी चिह्न}}। इंडियाजी</ref> वर्तमान दिशा-निर्देशों के अनुसार सामान्य रक्तचाप १२०/८० होना चाहिए। रक्तचाप को मापने वाले यंत्र को रक्तचापमापी या ''स्फाइगनोमैनोमीटर'' कहते हैं।
 
== इतिहास ==