"वैद्युत-रासायनिक सेल": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:ElectrochemCell.png|right|thumb|300px|[[डेनियल सेल]] से मिलता-जुलता एक प्रदर्शन विद्युतरासायनिक सेल। इसमें दो अर्ध-सेल हैं जो एक लवण-सेतु से जुड़े हैं जिससे होकर एक अर्श सेल से दूसरे में [[आयन]] आते-जाते हैं। इसके द्वारा वाह्य परिपथ में इलेक्ट्रान बहाये जाते हैं।]]
[https://followandsuccess.blogspot.com/2020/10/What%20is%20a%20cell.html?m=1 सेल : -]
 
सेल एक ऐसी युक्ति है। जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती है सेल मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
 
'''प्राथमिक सेल : -'''
 
ऐसे सेल जिनमें [https://followandsuccess.blogspot.com/2020/10/What%20is%20a%20cell.html?m=1 रासायनिक ऊर्जा] सीधे विद्युत ऊर्जा में बदलती है । प्राथमिक सेल कहलाते हैं । इन सालों के अंदर होने वाली रासायनिक क्रियाएं अनुत्क्रमणीय होती है इनसे लोगों को पुनः आवेशित नहीं किया जा सकता जब सेल में प्रयुक्त रासायनिक पदार्थ दूसरे पदार्थ में परिवर्तित हो जाता है तो सेल अनुपयोगी हो जाता है यह सेल आकार में छोटे तथा सस्ते होते हैं इन्हें आसानी से एक ही स्थान से दूसरे स्थान ले जाया जा सकता है।  जहां रुक रुक कर धारा प्राप्त कर ली हो तो इन शब्दों का उपयोग करते हैं। इससे निर्मल धारा प्राप्त होती हैं उदाहरण सरल वोल्टीय सेल [https://followandsuccess.blogspot.com/2020/10/What%20is%20a%20cell.html?m=1] ,लेक लांशी सेल।
 
'''द्वितीयक सेल : -'''
 
ऐसे सेल जिनमें पहले विद्युत स्रोत से विद्युत धारा प्रदान की जाती है।  जिससे विद्युत ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में संचित हो जाती है जब इनसे लो से विद्युत धारा ली जाती है। तो संचित रासायनिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में बदलती है। द्वितीयक सेल कहलाते हैं इनके अंदर होने वाली रासायनिक क्रियाएं उत्क्रमणीय होती है। इनसे लोगों पुनः चारजर द्वारा पुनः आवेशित किया जाता है। पुनः आवेशित कर इन सेलो को दोबारा में उपयोग लाया जा सकता है यह सेल आकार में बड़े और महंगे होते हैं। इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से नहीं लगाया जा सकता इन्हीं संचायक सेल भी कहते हैं। इनसे प्रबल धारा प्राप्त होती है जहां लगातार धारा प्राप्त करनी होती है वहां इनका उपयोग करते हैं। जैसे अमली संचायक सेल बैटरी ।
 
 
 
उन सभी युक्तियों को '''वैद्युत-रासायनिक सेल''' (electrochemical cell) कहते हैं जो [[रासायनिक अभिक्रिया]] के माध्यम से [[विद्युत ऊर्जा]] उत्पन्न करते हैं या जिनमें विद्युत ऊर्जा देने से उनके अन्दर रासायनिक अभिक्रिया होने लगती है या उसकी गति बढ़ जाती है। 1.5-वोल्ट का [[शुष्क सेल]] इसका एक सर्वसामान्य उदाहरण है। कई सेलों को श्रेणीक्रम या समान्तर क्रम में जोड़ने से [[विद्युत कोष|बैटरी]] बनती है। वाहनों की १२ वोल्ट की बैटरी इसका आम उदाहरण है।
 
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*[[विद्युतरासायनिक विभवान्तर]]
*[[विद्युत कोष]] (एलेक्ट्रिक सेल)
*[https://followandsuccess.blogspot.com/2020/10/What%20is%20a%20cell.html?m=1 रासायनिक सेल और उनके प्रकार]
 
[[श्रेणी:ऊर्जा]]