"कमल मंदिर (बहाई उपासना मंदिर)": अवतरणों में अंतर

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'''लोटस टेंपल''' या '''कमल मंदिर''', भारत की राजधानी [[दिल्ली]] के [[नेहरू प्लेस, नई दिल्ली|नेहरू प्लेस]] (कालकाजी मंदिर) के पास स्थित एक [[बहाई धर्म|बहाई]] (ईरानईरानी एक भिन्न धर्न संस्थापकधर्मसंस्थापक बहाउल्लाह के अनुयायी) उपासना स्थल है। यह अपने आप में एक अनूठा मंदिर है। यहाँ पर न कोई [[मूर्ति]] है और न ही किसी प्रकार का कोई धार्मिक कर्म-कांड किया जाता है, इसके विपरीत यहाँ पर विभिन्न धर्मों से संबंधित विभिन्न पवित्र लेख पढ़े जाते हैं। भारत के लोगों के लिए [[कमल]] का फूल पवित्रता तथा शांति का प्रतीक होने के साथ ईश्वर के अवतार का संकेत चिह्न भी है। यह फूल [[पंक|कीचड़]] में खिलने के बावजूद पवित्र तथा स्वच्छ रहना सिखाता है, साथ ही यह इस बात का भी द्योतक है कि कैसे धार्मिक प्रतिस्पर्धा तथा भौतिक पूर्वाग्रहों के अंदर रह कर भी, कोई व्यक्ति इन सबसे अनासक्त हो सकता है। कमल मंदिर में प्रतिदिन देश और विदेश के लगभग आठ से दस हजार पर्यटक आते हैं। आनेवाले सभी पर्यटकों को बहाई धर्म का परिचय दिया जाता है और मुफ्त बहाई धार्मिक सामग्री वितरित की जाती है। यहाँ का शांत वातावरण [[प्रार्थना]] और [[ध्यान]] के लिए सहायक है।
[[चित्र:New delhi temple.jpg|thumb|250px|right|कमल मंदिर, दिन में]]
[[चित्र:Bahai-house-of-worship-delhi2.jpg|thumb|250px|मंदिर का दूर से लिया चित्र]]