"कौमुदी महोत्सव": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
रोहित साव27 (वार्ता | योगदान) InternetArchiveBot के अवतरण 4827941पर वापस ले जाया गया : Best version (ट्विंकल) टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना |
No edit summary टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 1:
{{आधार}}
'''कौमुदी महोत्सव''' प्राचीन [[भारत]] में मनाया जाने वाला एक उत्सव था।<ref>[http://navbharattimes.indiatimes.com/astro/holy-discourse/religious-discourse/-/astroshow/2786621.cms हमारे यहां का अनुराग पर्व है कौमुदी महोत्सव]</ref> यह कौमुदी के दिन (अर्थात् [[कार्तिक]] मास की [[पूर्णिमा]]) मनाया जाता था।
यह आधुनिक वेलेंटाइन जैसा ही था
'कौमुदीमहोत्सवम्' नाम का एक [[नाटक]] भी है जो विज्जिका अथवा विजयभट्टारिका अथवा विजयाम्बिका की रचना है जो कर्नाट की रानी थीं। यह नाटक पाँच काण्डों में है। नाटक [[पाटलिपुत्र]] के राजकुमार कल्याणवर्मन के जीवन पर आधारित है।
|