"त्रिभुज के अन्तर्वृत्त और बहिर्वृत्त": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 41:
\end{align}
</math>
<br>
इसके अतिरिक्त,
*<math>S=\sqrt{rr_ar_br_c}</math>
*<math>\frac{1}{r}=\frac{1}{r_a}+\frac{1}{r_b}+\frac{1}{r_c}</math>
<br>
Line 49 ⟶ 55:
==बहिर्वृत्त==
किसी त्रिभुज के तीन '''बहिर्वृत्त''' होते हैं। ये तीनों वृत्त उस त्रिभुज के बाहर होते हैं। इनमें से प्रत्येक वृत्त, त्रिभुज की किसी एक भुजा को तथा शेष दो भुजाओं को आगे बढाने से बनी दो रेखाओं को स्पर्श करता है। अतः बहिर्केन्द्र निकालने के लिए त्रिभुज के बहिर्कोणों के अर्धक खींचे जाते हैं और दो अर्धक जहाँ मिलते हैं वही तीन बहिर्केन्द्रों में से एक होगा। (सबसे पहला चित्र देखें)
==इन्हें भी देखें==
|