"कलियुग": अवतरणों में अंतर

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5 हजार एक सौ इक्कीस वर्ष बीत चुके है
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'''कलियुग''' हिन्दू वैदिक सनातन धर्म में काल गणना के अन्तर्गत सत्ययुग,त्रेतायुग,द्वापरयुग तथा कलियुग इन चार युगों की अवधारणा की गई है। जिसमें कलियुग चौथा और अंतिम युग है। पौराणिक इतिहास के अनुसार महाभारत युद्ध ५११६ वर्ष पूर्व(द्वापर तथा कलियुग की सन्धिकाल में) हुआ।
जब भगवान श्रीकृष्ण अपने निज धाम "गोलोक" लौट गये तब द्वारकापुरी पूर्णतः समुद्र में समा गई , तब से कलियुग का आरम्भ हुआ। वर्तमान समय में कलियुग के प्रथम चरण के ५११६५१२१(पाँच हजार एक सौ सोलहइक्कीस वर्ष) बीत चुके है।
वर्तमान कलियुग कि समाप्ति 26जुलाई 2014को खत्म हो गयी है ब्रह्म युग के कलियुग जिसका समयकाल 432000 दिवस यानि 1200 साल है का आरम्भ विक्रमी संवत 814 से हुआ था दिनों के हिसाब से इसकी समाप्ति 432000 वर्ष 1999होनी थी लेकिन पुराणों के हिसाब से बृहस्पति चन्द्रमा और सूर्य कि जो स्थिति कलियुग समाप्ति पर बननी थी वह स्थति 26जुलाई 2014 को 3बजकर 11मिनिट पर बनी और इसी दिन कलियुग समाप्त हो गया
महायुग वाला कलियुग जो कि 6986bc से शुरू हुआ था उसकी समाप्ति भी इसी दिन हुईं है।