"बेगम हज़रत महल": अवतरणों में अंतर

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'''[https://www.thebiohindi.com/begum-hazrat-mahal-biography-in-hindi/ Begum Hazrat Mahal]''' प्रथम जिसका नाम मुहम्मदी खानुम नाम से जानि जाती थी। बेगम हजरत महल का जन्म भारत में अवध राज्य के फैजाबाद में करीबन ई.स1820 हुआ था।
 
वे पेशे से गणिका थीं और जब उनके माता-पिता ने उन्हें बेचा तब वे शाही हरम में एक खावासिन के तौर पर आ गयीं। इसके बाद उन्हें शाही दलालों को बेच दिया गया जिसके बाद उन्हें परी की उपाधि दी गयी और वे ‘महक परी’ कहलाने लगीं। हजरत महल की उपाधि उनके बेटे बिरजिस कादर के जन्म से ही मिली हुई थी ।
 
बेगम हजरत महल ने विनम्र स्वभाव और बहुत ही खूबसूरत थी।लेकिन उनका नेतृत्व, युद्ध कौशल और गुण भी अजीब मौजूद थे। बेगम हजरत महल एक बेहतरीन कुशल रणनीतिकार योद्धा थी।
 
यह खूबियां अंग्रेजों के खिलाफ भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान से साफ दिखाई देती हैं। '''[https://www.thebiohindi.com/begum-hazrat-mahal-biography-in-hindi/ बेगम हजरत महल]''' सैन्य और युद्ध कौशल में निपुण योद्धा महिला थी
 
जो खुद युद्ध के मैदान में उतरकर अपने सैनिको को शिक्षा देती थी औरलड़ाई में जित प्राप्ति के लिए उनका हौसलाबढ़ाया करती थी। उनके अंदर एक आदर्श और कुशल शासक के सारे गुण मौजूद थे।{{Infobox royalty
| name = बेगम हज़रत महल
| title = [[अवध]] की बेगम