"हरिवंश राय बच्चन": अवतरणों में अंतर

छो 2405:201:2013:D054:7538:57B7:7C66:2D45 (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
पंक्ति 30:
 
== जीवन ==
बच्चन का जन्म 27 नवम्बर 1907 को इलाहाबाद में एक कायस्थ परिवार मे हुआ था। इनके पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव तथा माता का नाम सरस्वती देवी था। इनको बाल्यकाल में 'बच्चन' कहा जाता था जिसका शाब्दिक अर्थ 'बच्चा' या 'संतान' होता है। बाद में ये इसी नाम से मशहूर हुए। उन्होंने कायस्थ पाठशाला में पहले उर्दू और फिर हिंदी की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एम॰ए॰ और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य के विख्यात कवि डब्लू॰बी॰ यीट्स की कविताओं पर शोध कर PH.D(पीएच.डी.) पूरी की थी । १९२६ में १९ वर्ष की उम्र में उनका विवाह श्यामा बच्चन से हुआ जो उस समय १४ वर्ष की थीं। लेकिन १९३६ में श्यामा की टीबी के कारण मृत्यु हो गई। पाँच साल बाद १९४१ में बच्चन ने एक पंजाबन तेजी सूरी से विवाह किया जो रंगमंच तथा गायन से जुड़ी हुई थीं। इसी समय उन्होंने 'नीड़ का निर्माण फिर' जैसे कविताओं की रचना की। उनके पुत्र हार (1929)<ref>[http://www.hindibhawan.com/linkpages_hindibhawan/gaurav/links_HKG/HKG73.htm हिन्दी के गौरव:हरिवंशअमिताभ बच्चन] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20160630061643/http://hindibhawan.com/linkpages_hindibhawan/gaurav/links_HKG/HKG73.htm |date=30 जून 2016 }}, हिन्दी भवन की वेबसाइट पर ('''टिप्पणी''': यहाँ स्पष्ट रूप से नहीं लिखा कि यह '''तेरा हार'' नामक रचना 1929 में छपी थी किन्तु यह पहली रचना थी और रचना-यात्रा की शुरूआत 1929 में हुई लिखित है अतः यह माना जा सकता है कि इस रचना का प्रकाशनएक 1929प्रसिद्ध मेंअभिनेता हुआ)।</ref>,हैं।
 
== प्रमुख कृतियाँ ==
kavitayein
===कविता संग्रह ===
#तेरा हार (1929)<ref>[http://www.hindibhawan.com/linkpages_hindibhawan/gaurav/links_HKG/HKG73.htm हिन्दी के गौरव:हरिवंश बच्चन] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20160630061643/http://hindibhawan.com/linkpages_hindibhawan/gaurav/links_HKG/HKG73.htm |date=30 जून 2016 }}, हिन्दी भवन की वेबसाइट पर ('''टिप्पणी''': यहाँ स्पष्ट रूप से नहीं लिखा कि यह '''तेरा हार'' नामक रचना 1929 में छपी थी किन्तु यह पहली रचना थी और रचना-यात्रा की शुरूआत 1929 में हुई लिखित है अतः यह माना जा सकता है कि इस रचना का प्रकाशन 1929 में हुआ)।</ref>,
#[[मधुशाला]] (1935),
#मधुबाला (1936),