"असहयोग आन्दोलन": अवतरणों में अंतर

छो 2409:4052:E0B:D7B2:CB9:5F93:BC24:7D6B (Talk) के संपादनों को हटाकर WikiPanti के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
No edit summary
टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 2:
 
== असहयोग का आरंभ ==
असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस|कांग्रेस]] के [[कलकत्ता]]नागपुर अधिवेशन में 4 सितंबर 1920दिसम्बर1920 को प्रस्ताव पारित हुआ। जो लोग भारत से [[उपनिवेशवाद]] को खत्म करना चाहते थे उनसे आग्रह किया गया कि वे स्कूलो, कॉलेजो और न्यायालय न जाएँ तथा कर न चुकाएँ। संक्षेप में सभी को अंग्रेजी सरकार के साथ ; सभी ऐच्छिक संबंधो के परित्याग का पालन करने को कहा गया। गाँधी जी ने कहा कि यदि असहयोग का ठीक ढंग से पालन किया जाए तो भारत एक वर्ष के भीतर स्वराज प्राप्त कर लेगा। अपने संघर्ष का और विस्तार करते हुए उन्होंने [[खिलाफत आन्दोलन‎]] के साथ हाथ मिला लिए जो हाल ही में तुर्की शासक कमाल अतातुर्क द्वारा समाप्त किए गए सर्व-इस्लामवाद के प्रतीक खलीफ़ा की पुनर्स्थापना की माँग कर रहा था।
 
== आंदोलन की तैयारी ==