"जमुई": अवतरणों में अंतर
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'''जमुई''' (Jamui) [[भारत]] के [[बिहार]] राज्य के [[जमुई ज़िले]] में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।<ref>"[https://books.google.com/books?id=dSZ987-0Fb8C Bihar Tourism: Retrospect and Prospect]," Udai Prakash Sinha and Swargesh Kumar, Concept Publishing Company, 2012, ISBN 9788180697999</ref><ref>"[https://books.google.com/books?id=MMmNVZ4mP98C Revenue Administration in India: A Case Study of Bihar]," G. P. Singh, Mittal Publications, 1993, ISBN 9788170993810</ref>
'''जमुई''' [[बिहार]] के [[जमुई जिला|जमुई जिले]] का मुख्यालय है। यह [[जैन धर्म|जैनों]] के प्रमुख [[तीर्थ]]स्थलों में से एक है... प्राचीन समय में इस जगह को जूम्भिकग्राम और जमबुबानी के नाम से जाना जाता था। ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से यह स्थान काफी महत्वपूर्ण रहा है। माना जाता है कि 24वें [[तीर्थंकर]] [[महावीर|भगवान महावीर]] ने उज्जिहवलिया नदी के तट पर स्थित जूम्भिकग्राम में दिव्य ज्ञान प्राप्त किया था। इस जिले की स्थापना गुप्त, पाल और चन्देल शासकों ने की थी। जमुई का संबंध प्रसिद्ध महाकाव्य [[महाभारत]] से भी जोड़ा जाता है... यहाँ माँ कलिका मंदिर, मलयपुर, जमुई, जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर एवं जमुई रेलवे स्टेशन से सटा हुआ है जो आस पास के इलाके में बहुत ही भव्य एवं प्रसिद्ध है...दूर दूर से सैलानी इस मंदिर में श्रद्धा करने आते हैं...▼
== विवरण ==
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==मुख्य आकर्षण==
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=== माँ नेतुला मंदिर ===
जमुई मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर सिकंदरा प्रखंड के कुमार गाँव के समीप श्मशान भूमि स्थित माँ नेतुला मंदिर प्राचीन काल से ही हिंदू धर्मावलंबियों के लिए आस्था का केंद्र रहा है। हजारों वर्षो पूर्व से ही यहां नेत्र व पुत्र प्रदाता देवी के रूप में माँ नेतुला की पूजा होती आ रही है। माँ नेतुला मंदिर का इतिहास: जैन धर्म की पुस्तक कल्पसूत्र के अनुसार जैन धर्म के 24 वें र्तीथकर भगवान महावीर ने ज्ञान की प्राप्ति के लिए घर का त्याग किया था तो कुण्डलपुर से निकल कर उन्होंने पहला रात्रि विश्रम कुमार गाँव में ही माँ नेतुना मंदिर के समीप एक वट वृक्ष के नीचे किया था। लगभग 26 सौ वर्ष पूर्व घटी इस घटना और कल्पसूत्र में वर्णित माँ नेतुला की पूजा व बली प्रथा का वर्णन इस मंदिर के पौराणिक काल के होने की पुष्टि करती है। इस प्रकार हजारों वर्षो की गौरव गाथा को अपने में समेटे माँ नुतुला आज भी भक्तों की मनोकामना पूरी कर रही है।
=== खैरा का दुर्गा ===
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;रेल मार्ग
जमुई रेलमार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से पहुँचा जा सकता है। दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेल पथ पर स्थित जमुई स्टेशन झाझा और किउल स्टेशन के मध्य स्थित है। रेलमार्ग द्वारा जमुई पहुंचने के लिए दो दर्जन से भी अधिक गाड़ियां प्रतिदिन उपलब्ध हैं। जमुई रेलवे स्टेशन उतरकर वहां से सड़क मार्ग द्वारा जमुई शहर पहुंचा जा सकता है। इसके लिए जमुई स्टेशन से ऑटो तथा अन्य वाहनों का इस्तेमाल करना उचित रहेगा।
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भारत के कई प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जमुई आसानी से पहुंचा जा सकता है।
== इन्हें भी देखें ==
* [[जमुई ज़िला]]
== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
[[श्रेणी:जमुई जिला]]
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