"राम कुमार वर्मा": अवतरणों में अंतर

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हिन्दी के बारे में डॉ रामकुमार वर्मा का विचार था कि-
: ''‘‘जिस देश के पास हिंदी जैसी मधुर भाषा है वह देश अंग्रेज़ी के पीछे दीवाना क्यों है? स्वतंत्र देश के नागरिकों को अपनी भाषा पर गर्व करना चाहिए। हमारी भावभूमि भारतीय होनी चाहिए। हमें जूठन की ओर नहीं ताकना चाहिए’’
डाक्टर राम कुमार वर्मा जी बहुत ही ज्ञानी पुरुष थे
 
==बाहरी कड़ियाँ==