"हिन्दी व्याकरण": अवतरणों में अंतर
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=== स्वर ===
हिन्दी भाषा में कुल 10 स्वर हैं जो मूल रूप से मौजूद हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं।<ref name="Masica">{{
{| class="wikitable" style="float: right; margin: 1em 2em; text-align: center;"
! rowspan="2" |
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#* औ = अ + ओ
# '''ऐलोफ़ोनिक स्वर''' — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों की वजह से दुसरे स्वर की जगह ले लेते हैं। हिंदी में दो ऐसे स्वर हैं —
#* ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है। इसका IPA /<big>{{IPA link|ɛ}}/</big> है और ये '''अ''' का ऐलोफ़ोन है। IPA को मद्देनज़र रखते हुए , इसे '''हृश्व'''-'''ऐ''' स्वर भी कहा जा सकता है। ये शब्दों में तब प्रकट होता है जब अ स्वर ह-व्यंजन के अगल-बगल मौजूद होता है।<ref name="
#* औ — ये स्वर भी जब ह-व्यंजन के अगल-बगल होता है स्वर '''उ''' के साथ, तब '''उ''' का उच्चारण '''औ''' में बदल जाता है। उद्दाहरण के तौर पे — '''बहुत''' /bəɦʊt/ को '''बहौत''' /bəɦɔːt/ और '''पहुँचना''' /pəɦʊ̃t͡ʃnɑ/ को '''पहौंचना''' /pəɦɔ̃ːt͡ʃnɑ/ उच्चरित किया जाता है।
# '''विदेशी स्वर''' — ये ऐसे स्वर हैं जोकि हिंदी को दूसरी भाषाओँ से मिले हैं।
#* /æː/ — ये स्वर हिंदी को अंग्रेज़ी भाषा से मिला है। इसे लिखा '''ऐ''' स्वर से ही जाता है मगर सिर्फ़ अंग्रेज़ी के शब्दों का उच्चारण करते समय इस स्वर का इस्तेमाल होता है।
[[File:Hindi_vowel_chart.svg|कड़ी=https://en.wikipedia.org/wiki/File:Hindi_vowel_chart.svg|केंद्र|अंगूठाकार|इंटरनेशनल फॉनेटिक एसोसिएशन की पुस्तिका<ref name="Ohala">{{
=== व्यंजन ===
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