"हरिजन": अवतरणों में अंतर
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== गांधीजी के प्रकाशन ==
गांधीजी हरिजन नाम वाले तीन पत्रों का प्रकाशन करते थे।
* हरिजन बन्धु (गुजराती में)- 12.03.1933
* हरिजन सेवक (हिन्दी में)- 23.02.1933
* हरिजन (अंग्रेजी में)- 11.02.1933
इन तीन पत्रों में महात्मा गांधी देश के सामाजिक एवं आर्थिक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करते थे।
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