"गणित का इतिहास": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 81:
[[चीन]]में महाराज [[किन शि हुआंग]] ([[:en:Qin Shi Huang|Qin Shi Huang]]) (शि हुआंग-टी) ने २१२ ई.पू. निर्देश दिया कि किन के राज्य के बहार सभी किताबों को जला दिया जाये.इसकी सार्वभौमिक रूप से पालना नहीं की गयी, लेकिन इस आदेश के परिणाम के रूप में प्राचीन चीनी गणित के बारे में बहुत कम ज्ञात है।
 
[[पश्चिमी झोउ वंश]] ([[:en:Western Zhou Dynasty|Western Zhou Dynasty]])(१०४६ ई.पू. से), से सबसे पुराना गणितीय कार्य जिसने [[किताबों को जलाना.|पुस्तकों को जलाना]] ([[:en:book burning|book burning]]) जारी रखा, वह है, ''[[आई चिंग]] ([[:en:I Ching|I Ching]])'', जो ८ द्विआधारी ३- [[टपल]] ([[:en:tuple|tuple]])(त्रिग्राम) और ६४ द्विआधारी ६ -[[टपल]] ([[:en:tuple|tuple]]) (षटग्राम) का उपयोग गणितीय, दार्शनिक और रहस्यमय प्रयोजनों के लिए करता है। द्विआधारी टपल टूटी हुई और ठोस रेखाओं के बने होते हैं, जो क्रमशः यिन (मादा) और येंग (नर) कहलाते हैं, (देखें [[राजा वेन अनुक्रम]] ([[:en:King Wen sequence|King Wen sequence]]))।
 
चीन में [[ज्यामिति]] में सबसे पुराना विद्यमान कार्य दार्शनिक [[मोहिज्म|मोहिस्त]] ([[:en:Mohism|Mohist]]) केनन सी. से आया है। ३३० ई.पू., [[मोजी]] ([[:en:Mozi|Mozi]]) (४७०-३९० ई.पू.)। के अनुयायियों के द्वारा संकलित.''मो जिंग '' ने भौतिक विज्ञान से सम्बंधित कई क्षेत्रों के भिन्न पहलुओं का वर्णन किया और साथ ही गणित पर थोडी बहुत जानकारी भी दी।