"राग हंसध्वनि": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
|||
पंक्ति 10:
* इस [[राग]] को सही तरीके से जानने के लिये अगर इसे सुना जाये तो ज्यादा सही होगा। इस राग पर [[हिन्दी]] फिल्मों में कई गाने बने हैं हैं जिनमें सबसे मशहूर है जा तोसे नाहीं बोलूं कन्हैया। आप [[पारुल]] के चिट्ठे पर उस्ताद [[राशिद खां]] साहब की आवाज में एक [[बंदिश]] सुन सकते हैं। बंदिश का मुखड़ा है लागी लगन पति सखी संग [http://parulchaandpukhraajka.blogspot.com/2008/12/blog-post.html पारुल चांद पुखराज का]।
==श्रेणी==
[[
|