"अहिबरन": अवतरणों में अंतर

→‎महाराजा अहिबरन जयन्ती: बरन संदेश पुस्तक के अनुसार #महाराजा_अहिबरन_जी_का_जन्म_त्रेता_युग_के_सफला_एकादशी_के_दिन_हुआ_था। और #बरनवाल_समाज_का_गठन_26_दिसम्बर_को हुआ था तो 27 को क्यो मना रहे है😠 किशी एक दिन मनाओ ना ताकि हमे भी बड़े नेताओं और बड़े लोगो से शुभकामनाएं मिल सके अतः आप सब 26 दिसंबर को ही अहिबरन जयंती मनाये जिस में सभी की सहमति है🙏
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बरन संदेश पुस्तक के अनुसार
महाराजा अहिबरन जी का जन्म त्रेता युग के सफला एकादशी के दिन हुआ था। और इशी दिन महाराजा अहिबरन जी की जयंती मनाई जाती है लेकिन बहुत सी जगह 26 दिसम्बर को मनाई जाती है क्यो की विश्व में सबसे पहले 26 दिसम्बर को सभी बरनवाल बन्धु एक हुए थे। जो की बरनवाल जाती के सबसे सुनहरे भविष्य के दिनों में से एक थे।
 
== जीवन परिचय ==