"हर्यक वंश": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
रोहित साव27 (वार्ता | योगदान) छो 2409:4043:2D9D:5DDE:CCB6:2931:A81C:6FA5 (Talk) के संपादनों को हटाकर InternetArchiveBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
लुसेंट की किताब में टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 1:
{{Infobox country
|conventional_long_name =
|common_name = हर्यक वंश
|year_start = Middle of 6th century BCE
पंक्ति 26:
|demonym=|area_km2=|area_rank=|GDP_PPP=|GDP_PPP_year=|HDI=|HDI_year=}}
'''
की स्थापना ५४४ ई. पू. में [[बिम्बिसार]] के द्वारा की गई। बिम्बिसार ने गिरिव्रज ([[राजगृह]]) को अपनी राजधानी बनायी। इसने वैवाहिक सम्बन्धों (कौशल नरेश प्रसेनजित की बहन महाकोशला, वैशाली के चेटक की पुत्री चेल्लना एवं पंजाब की राजकुमारी क्षेमा) से शादी की नीति अपनाकर अपने साम्राज्य का विस्तार किया। जैन साहित्य में बिम्बिसार का नाम 'श्रेणिक' मिलता है।
|