"पाला": अवतरणों में अंतर

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== फसलों पर प्रभाव ==
पाले के कारण पेड़ पौधों की [[कोशिका|कोशिकाओं]] व [[ऊतक|ऊतकों]] में उपस्थित जल के बर्फ़ में बदल जाने की वजह से इसका आयतन बढ़ जाता है।आयतन बढ़ने से पौधे के ऊतक, कोशिकाएं व संवहनी नलिकाएं आदि फट जाती हैं जिससे पौधे की मृत्यु हो जाती है। सम्पूर्ण फसल भी कई बार नष्ट हो जाती है। इससे बचाव के लिए किसान खेतों में खड़ी फसलों में पानी से [[सिंचाई]] करते हैं।इस पानी को पौधा जब अवशोषित कर अपने शरीर मे ग्रहण करता है तो अंदर जमी बर्फ घुल जाती है और पौधे मरने से बच जाते हैं।<ref>{{Cite web|url=https://web.archive.org/web/20131113010216/http://www.botanicalinterests.com/articles/view/26/Frost-Tolerance-of-Vegetables|title=Frost tolerance of vegetables|last=|first=|date=|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>
 
 
== संदर्भ ==
बाहरी कड़ियां
{http://www.its.caltech.edu/~atomic/snowcrystals/frost/frost.htm guide to frost}
[[श्रेणी: बर्फ़]]
[[श्रेणी:जल]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/पाला" से प्राप्त