"रविवार": अवतरणों में अंतर

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'''रविवार''' अथवा इतवार सप्ताह का एक दिन है। यह [[शनिवार]] के बाद और [[सोमवार]] से पूर्व आता है। यह [[रवि]] से आया है जिसका अर्थ [[सूर्य]] होता है। रविवार की छुट्टी की शुरुआत सन 1843 ई० में हुई थी। इसका मकसद सरकारी कार्यालयों में काम कर रहे लोगों को मानसिक रूप से विश्राम प्रदान करना है।
लार्ड लैंसडाउन के शासनकाल में 1891 ईस्वी में दूसरा कारखाना अधिनियम पारित किया गया जिसमें स्त्रियों को प्रतिदिन 11 घंटे से अधिक कार्य करने पर प्रतिबंध लगा दिया सप्ताह में 1 दिन का अवकाश अनिवार्य कर दिया गया और 1891 के तहत भारत में लड़कियों की विवाह न्यूनतम आयु 10 वर्ष से बढ़ाकर 12 वर्ष कर दी गई
'''रविवार'''
 
'''इतवार''' सप्ताह का एक दिन है। यह [[शनिवार]] के बाद और [[सोमवार]] से पूर्व आता है। यह [[रवि]] से आया है जिसका अर्थ [[सूर्य]] होता है।
 
पंचांग के अनुसार यह शुभ दिन है। प्रायः इस दिन कार्यालयों में अवकाश रहता है अतः सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रम रविवार को ज्यादा होते है।[[ईसाई धर्म]] के अनुसार रविवार बहुत शुभ दिन होता है।
 
{{सप्ताह के दिन}}
रविवार की छुट्टी की शुरुआत सन 1843 ई० में हुई थी। इसका मकसद सरकारी कार्यालयों में काम कर रहे लोगों को मानसिक रूप से विश्राम प्रदान करना है।
 
== यह भी देखिये ==
* रविवार एक वेब पत्रिका है। [https://web.archive.org/web/20190416233440/http://www.raviwar.com/ रविवार एक वेब पत्रिका है।]
 
{{आधार}}
{{आधार}}रविवार की छुट्टी रमेश देवासी के नाम से मनाई जाती है। क्योंकि जब वे पढ़ते थे तो रवि वार की छुट्टी होती थी
भारत मे रविवार की छुट्टी सबके लिए 10 जून 1890 को चुना गया परंतु ये बिल पास नही हुआ । नारायण मेघाजी द्वारा 7 साल के अथक प्रयास से ब्रिटिश हुकूमत ने इसे पारित किया तब से लगभग सब के लिए रविवार की छुट्टी होती है।लॉर्ड एलिनबरो के कार्यकाल मे 1843