"ऋणपत्र": अवतरणों में अंतर
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Dinesh smita (वार्ता | योगदान) छो डिबेंचर का नाम बदलकर ऋणपत्र कर दिया गया है |
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'''ऋणपत्र''' या '''डिबेंचर''' एक तरह का प्रमान पत्र है जो जानकारी देता है कि कंपनी निवेशक को एक निश्चित राशि देगी। इस भुगतान में मूल राशि पर ब्याज और मैच्योरिटी होने पर पूंजी मिलती है।डिबेंचर मुख्यत: तीन प्रकार के होते हैं।
;फुली कंवर्टबिल डिबेंचर
इसमें निवेशक को ब्याज शुरुआती स्तर पर मिलता है। इस स्थिति में निवेशक को मूल राशि लौटायी नहीं जाती , सिवाय इसके कि निवेशक कंपनी में शेयरधारक न हो।
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