"यदु": अवतरणों में अंतर

राजपुत
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महराजा यदु एक [[राजा]] थे। वे [[यदुकुल]] के प्रथम सदस्य माने जाते है। उनके वंशज जो कि राजपूतThe[[यादव]] Tribesया and Castes of the Central Provinces of India, Volume IV ... Tribes and Castes of the Central Provinces of India, Volume IV ...[[अहीर]] के नाम से जाने जाते हैं, [[भारत]] एवं निकटवर्ती देशो मे काफ़ी संख्या मे पाये जाते हैं।.महराज यदु यायाती के पुत्र थे।
 
अत्रि ने ब्रह्मा पुत्र कर्दम की पुत्री अनुसूया से विवाह किया था। अनुसूया की माता का नाम देवहूति था। अत्रि को अनुसूया से एक पुत्र जन्मा जिसका नाम दत्तात्रेय था। अत्रि-दंपति की तपस्या और त्रिदेवों की प्रसन्नता के फलस्वरूप विष्णु के अंश से महायोगी दत्तात्रेय, ब्रह्मा के अंश से चन्द्रमा तथा शंकर के अंश से महामुनि दुर्वासा, महर्षि अत्रि एवं देवी अनुसूया के पुत्र रूप में आविर्भूत हुए। इनके ब्रह्मावादिनी नाम की कन्या भी थी।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/यदु" से प्राप्त