"संगम": अवतरणों में अंतर

छो मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में तीन नदियों का विश्व का एक मात्र प्रमाणित संगम है जहां पर बीच की नदी ताप्ती में एक ओर तवा और दुसरी ओर अम्भोरा नदी आकर त्रिवेणी संगम बनाती है। तीन नदियों का प्रमाणिक तीर्थ संगम जिसे श्रवण तीर्थ भी कहा जाता है वह भैसदेही आठनेर व्हाया मुलताई पर बिसनूर गांव से आमला की ओर जाने वाली सड़क पर बसे गांव गौला से पौनी गौला के पास कुटखेड़ी के समीप स्थित है। जहां एक ओर तवा और दुसरी ओर अम्भोरा ताप्ती में आकर मिलती है।
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गंगा और यमुना के संगम का यह विवरण ऋग्वेद के नवीनतम खंडों में उल्लेख किया गया है जिसके अनुसार,"जो लोग उस जगह पर स्नान करते हैं जहां दो नदियां एक साथ बहती हैं,उन्हें [[स्वर्ग लोक|स्वर्ग]] की प्राप्ति होती हैं"। पुराणों के अनुसार, एक तीसरी नदी भी है जिसे सरस्वती कहा जाता है।
 
== मूल ==
== मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में तीन नदियों का विश्व का एक मात्र प्रमाणित संगम है जहां पर बीच की नदी ताप्ती में एक ओर तवा और दुसरी ओर अम्भोरा नदी आकर त्रिवेणी संगम बनाती है। ==
 
== तीन नदियों का प्रमाणिक तीर्थ संगम जिसे श्रवण तीर्थ भी कहा जाता है वह भैसदेही आठनेर व्हाया मुलताई पर बिसनूर गांव से आमला की ओर जाने वाली सड़क पर बसे गांव गौला से पौनी गौला के पास कुटखेड़ी के समीप स्थित है। जहां एक ओर तवा और दुसरी ओर अम्भोरा ताप्ती में आकर मिलती है। ==
संस्कृत - ''सम्'' (समान) + ''गम्''(जाना) = ''संगम''।
 
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[[श्रेणी:शब्दार्थ]]
[[श्रेणी:नदी आकृतिकी]]
{{DEFAULTSORT:त्रिवेणी संगम श्रवणतीर्थ }}
"https://hi.wikipedia.org/wiki/संगम" से प्राप्त