"खंडवा": अवतरणों में अंतर
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== विवरण == खंडवा समुद्र तल से 900 मीटर की ऊंचाई पर है। यह जिला नर्मदा और ताप्ती नदी घाटी के मध्य बसा है। 6200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले खंडवा की सीमाएं बेतूल, होशंगाबाद, बुरहानपुर, खरगोन और देवस से मिलती हैं। ओमकारेश्वर यहां का लोकप्रिय और पवित्र दर्शनीय स्थल है। इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिगों में शुमार किया जाता है। इसके अलावा घंटाघर, दादा धुनीवाले दरबार, हरसुद,[[मूँदी]], सिद्धनाथ मंदिर और वीरखाला रूक यहां के अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं। == ऐतिहासिक तथ्य ==
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार खंडवा शहर का प्राचीन नाम खांडववन { खांडव वन }था जो मुगलों और अंग्रेजो के आने से बोलचाल में धीरे धीरे खंडवा हो गया . मान्यतानुसार श्रीरामजी के वनवास के समय यहाँ सीता माता को प्यास लगी थी तथा रामजी ने यहाँ तीर मारकर एक कुआ बना दिया और उस कुए को रामेश्वर कुए के नाम से जाना जाता है जो खंडवा के रामेश्वर नगर में नवचंडी माता मंदिर के पास स्थित है अतः खंडवा मान्यता अनुसार हजारों वर्ष पुराना है जिसका आधुनिक रूप वर्तमान खंडवा है
12वीं शताब्दी में यह नगर जैन मत का महत्त्वपूर्ण स्थान था। यह नगर पुरातन नगर है, यहाँ पाये जाने वाले अवशेषों से यह सिद्ध होता है, इसके चारों ओर चार विशाल तालाब, नक़्क़ाशीदार स्तंभ और जैन मंदिरों के छज्जे स्थित हैं। खंडवा जिले से ही बुरहानपुर जिला बना है |
== आधुनिक नगर ==
1864 से यह नगर मध्य प्रदेश के नवगठित निमाड़ ज़िले का मुख्यालय रहा। 1867 में इसे नगरपालिका बना दिया गया। भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित खंडवा एक प्रमुख शहर है। 6200 वर्ग किलोमीटर के विस्तार वाले खंडवा की सीमा बेतूल, होशंगाबाद, बुरहानपुर, खरगोन और देवास से मिली हुई हैं। ओंकारेश्वर यहाँ का बहुत ही लोकप्रिय प्रसिद्ध और पवित्र धार्मिक स्थल है। ओंकारेश्वर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।▼
▲भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित खंडवा एक प्रमुख शहर है। 6200 वर्ग किलोमीटर के विस्तार वाले खंडवा की सीमा बेतूल, होशंगाबाद, बुरहानपुर, खरगोन और देवास से मिली हुई हैं। ओंकारेश्वर यहाँ का बहुत ही लोकप्रिय प्रसिद्ध और पवित्र धार्मिक स्थल है। ओंकारेश्वर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
== प्रमुख पर्यटन स्थल ==
=== माँ तुलजा भवानी माता मंदिर ===
खण्डवा का प्रसिद्ध भवानी माता मंदिर धूनीवाले दादाजी के दरबार के पास स्थित है। यह मंदिर माता तुलजा भवानी को समर्पित है। यह मंदिर खंडवा, मध्य प्रदेश में स्थित है। यह खंडवा का प्राचीन मंदिर है जहा प्रतिदिन भक्तो की भीड़ लगी रहती है कहते हैं भगवान राम अपने वनवास के दौरान इस स्थान पर आए थे और यहाँ उन्होंने नौ दिनों तक तपस्या की थी। नवरात्र में यहाँ नौ दिनों तक मेला लगता है, जिसे देखने और माता के दर्शन करने के लिए प्रतिवर्ष हजारों लोग यहाँ आते हैं। ऐसी मान्यता है की माँ भवानी के दर से हर मुराद पूरी होती है
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== जनसंख्या ==
2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या 2,00,738 नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
== इन्हें भी देखें ==▼
* [[खण्डवा ज़िला]]
== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
▲== इन्हें भी देखें ==
* [[मध्य प्रदेश]]▼
[[श्रेणी:मध्य प्रदेश के शहर]]
[[श्रेणी:
[[श्रेणी:खण्डवा ज़िले के नगर]]
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