"सुकरात": अवतरणों में अंतर

सुकरात का महा वचन !
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<br />jassvartia
 
इस आर्टिकल में लिखा है कि सुकरात :आत्मा की अमरता में विश्वास करते थे! यह हमारा आरोपित दुराग्रह है!
 
सबसे महत्त्वपूर्ण और उल्लेखनीय बात तो यह है कि सुकरात ने यूनान के युवाओं को क्या कहकर भड़काया था ?
दरअसल, सुकरात ने जिस कटु सत्य का पर्दाफाश किया;अध्यात्मवादी लोग उस "सत्य-कथन " को ~धत्कथन ~ मानते हैं !
 
सुकरात ने कहा था : *ईश्वर शोषण का नाम है!*
यह बहुत क्रांतिकारी कथन था;इससे आत्मा और अध्यात्मवाद के धंधों का ~लॉकडाउन ~ हो जाता था!
इसीलिए सुकरात के उस कटु "महा-वचन " को कभी स्वर तक नहीं दिया गया!
 
 
 
== सन्दर्भ ==