"डायनासोर": अवतरणों में अंतर
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"डायनासोर" शब्द को 1842 में सर [[रिचर्ड ओवेन]] ने गढ़ा था और इसके लिए उन्होंने ग्रीक शब्द δεινός (डीनोस) "भयानक, शक्तिशाली, चमत्कारिक" + σαῦρος (सॉरॉस) "छिपकली" को प्रयोग किया था। बीसवीं सदी के मध्य तक, वैज्ञानिक समुदाय डायनासोर को एक आलसी, नासमझ और शीत रक्त वाला प्राणी मानते थे, लेकिन 1970 के दशक के बाद हुये अधिकांश अनुसंधान ने इस बात का समर्थन किया है कि यह ऊँची उपापचय दर वाले सक्रिय प्राणी थे।
उन्नीसवीं सदी में पहला डायनासोर जीवाश्म मिलने के बाद से डायनासोर के टंगे कंकाल दुनिया भर के संग्रहालयों में प्रमुख आकर्षण बन गए हैं। डायनासोर दुनियाभर में संस्कृति का एक हिस्सा बन गये हैं और लगातार इनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। दुनिया की कुछ सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबें डायनासोर पर आधारित हैं, साथ ही [[जुरासिक पार्क फ्रैंचाइजी|जुरासिक पार्क]] जैसी फिल्मों ने इन्हें पूरे विश्व में लोकप्रिय फबनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनसे जुड़ी नई खोजों को नियमित रूप से मीडिया द्वारा कवर किया जाता है। "डायनासोर का स्ववर्णिम युग मीसोजोइक युुग कहलाता हैं"
शाकाहारी डायनासोर - ऐपेटोसोर्स, ब्रेकियोसोर्स आदि।<ref>{{Cite web |url=https://www.livescience.com/25093-apatosaurus.html |title=ऐपेटोसोर्स: 'चकमा देने वाली छिपकली' के कुछ रोचक तथ्य |access-date=21 अगस्त 2018 |archive-url=https://web.archive.org/web/20180821223134/https://www.livescience.com/25093-apatosaurus.html |archive-date=21 अगस्त 2018 |url-status=live }}</ref>
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