"मौर्य राजवंश": अवतरणों में अंतर
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# [[अशोक]] – 269-232 ईसा पूर्व (37 वर्ष)
# [[कुणाल]] – 232-228 ईसा पूर्व (4 वर्ष)
# [[दशरथ]] –228-224 ईसा पूर्व (4 वर्ष)
# [[सम्प्रति]] – 224-215 ईसा पूर्व (9 वर्ष)
# [[शालिसुक]] –215-202 ईसा पूर्व (13 वर्ष)
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कलिंग - तोसली
प्रान्तों (चक्रों) का प्रशासन राजवंशीय कुमार (आर्य पुत्र) नामक पदाधिकारियों द्वारा होता था।
कुमाराभाष्य की सहायता के लिए प्रत्येक प्रान्त में महापात्र नामक अधिकारी होते थे। शीर्ष पर साम्राज्य का केन्द्रीय प्रभाग तत्पश्चात्प्रान्त आहार (विषय) में विभक्त था। ग्राम प्रशासन की निम्न इकाई था, १०० ग्राम के समूह को संग्रहण कहा जाता था।
आहार विषयपति के अधीन होता था। जिले के प्रशासनिक अधिकारी स्थानिक था। गोप दस गाँव की व्यवस्था करता था।
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=== पतन के कारण ===
# अयोग्य एवं निर्बल
# प्रशासन का अत्यधिक केन्द्रीयकरण,
# राष्ट्रीय चेतना का अभाव,
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