"विदिशा": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Rescuing 1 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.7 |
No edit summary टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 24:
| skyline_caption =
| टिप्पणियाँ = |
}}[[चित्र:विदिशा जिला.JPG|right|250px|thumb|विदिशा जिला|कड़ी=Special:FilePath/विदिशा_जिला.JPG]]
'''विदिशा''' [[भारत]] के [[मध्य प्रदेश]] [[प्रान्त]] में स्थित एक प्रमुख शहर है। यह मालवा के उपजाऊ पठारी क्षेत्र के उत्तर- पूर्व हिस्से में अवस्थित है तथा पश्चिम में मुख्य पठार से जुड़ा हुआ है। ऐतिहासिक व पुरातात्विक दृष्टिकोण से यह क्षेत्र मध्यभारत का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जा सकता है। नगर से दो मील उत्तर में जहाँ इस समय बेसनगर नामक एक छोटा-सा गाँव है, प्राचीन विदिशा बसी हुई है। यह नगर पहले दो नदियों के संगम पर बसा हुआ था, जो कालांतर में दक्षिण की ओर बढ़ता जा रहा है। इन प्राचीन नदियों में एक छोटी-सी नदी का नाम वैस है। इसे विदिशा नदी के रूप में भी जाना जाता है और विदिशा ज़िले से 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक गांंं सेऊ नाम का गांव है यहां पर एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है कहते हैं यहां हर मनोकामना पूरी होती है।
विदिशा में जन्में श्री [[कैलाश सत्यार्थी]] को 2014 में [[नोबेल शांति पुरस्कार]] मिला।<ref name="nbt">{{cite web | url= http://hindi.economictimes.indiatimes.com/india/know-about-nobel-prize-winner-kailash-satyarthi/articleshow/44772125.cms| title= जानिए शांति का नोबेल जीतने वाले कैलाश सत्यार्थी को| publisher = नवभारत टाईम्स| date= 10 अक्टूबर 2014| accessdate= 11 अक्टूबर 2014}}</ref>
|