"षटतिला एकादशी": अवतरणों में अंतर
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हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। पद्मपुराण में एकादशी का बहुत ही महात्मय बताया गया है एवं उसकी विधि विधान का भी उल्लेख किया गया है। पद्मपुराण के ही एक अंश को लेकर हम षट्तिला एकादशी का श्रवण और ध्यान करते हैं।<ref>{{Cite web|url=https://navbharattimes.indiatimes.com/astro/dharam-karam/vrat-tyohar/shattila-ekadashi-2021-know-about-pooja-vidhi-shubh-muhurat-and-shattila-ekadashi-importance-91379/|title=Shattila Ekadashi 2021 : माघ में मास में षटतिला एकादशी का महत्व, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त|last=नवभारतटाइम्स.कॉम|date=2021-02-06|website=नवभारत टाइम्स|language=hi-IN|access-date=2021-02-07}}</ref>
== कथा ==
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== विधान ==
{{manual|section|date=अप्रैल 2016}}
व्रत विधान के विषय में जो पुलस्य ऋषि ने दलभ्य ऋषि को बताया वह यहां प्रस्तुत है। ऋषि कहते हैं माघ का महीना पवित्र और पावन होता है इस मास में व्रत और तप का बड़ा ही महत्व
== फल ==
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