"मेवाड़ की शासक वंशावली": अवतरणों में अंतर

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|9 || [[खुमाण सिंह तृतीय]] || 878 – 903 ई० ||
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|10 || [[भर्तभट्ट द्वितीय]] || 903 – 951 ई० ||
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|12 || [[नरवाहन]] || 971 – 973 ई० ||
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|13 || [[शालिवाहन]] || 973 – 977 ई० ||
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|14 || [[शक्ति कुमार]] || 977 – 993 ई० ||
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|15 || [[अम्बा प्रसाद]] || 993 – 1007 ई० ||
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|16 || [[शुची वरमा]] || 1007 1021 ई० ||
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|17 || [[नर वर्मा]] || 1021 – 1035 ई० ||
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|18 || [[कीर्ति वर्मा]] || 1035 – 1051 ई० ||
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|19 || [[योगराज]] || 1051 – 1068 ई० ||
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|20 || [[वैरठ सिंह]] || 1068 – 1088 ई० ||
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|21 || [[हंस पाल]] || 1088 – 1103 ई० ||
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|22 || [[वैरी सिंह]] || 1103 – 1107 ई० ||
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|23 || [[विजय सिंह]] || 1107 – 1127 ई० ||
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|24 || [[अरि सिंह]] || 1127 – 1138 ई० ||
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|25 || [[चौड सिंह]] || 1138 – 1148 ई० ||
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|26 || [[विक्रम सिंह]] || 1148 – 1158 ई० ||
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|28 || [[क्षेम सिंह]] || 1168 – 1172 ई० ||
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|29 || [[सामंत सिंह]] || 1172 – 1179 ई० || (क्षेम सिंह के दो पुत्र सामंत और कुमार सिंह। ज्येष्ठ पुत्र सामंत मेवाड की गद्दी पर सात वर्ष रहे क्योंकि जालौर के कीतू चौहान मेवाड पर अधिकार कर लिया। सामंत सिंह अहाड की पहाडियों पर चले गये। इन्होने बडौदे पर आक्रमण कर वहां का राज्य हस्तगत कर लिया। लेकिन इसी समय इनके भाई कुमार सिंह पुनः मेवाड पर अधिकार कर लिया। )
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| 30|| [[कुमार सिंह]] || 1179 – 1191 ई० ||
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| 31|| [[मंथन सिंह]] || 1191 – 1211 ई० ||
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|32 || [[पद्म सिंह]] || 1211 – 1213 ई० ||
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|33 || [[जैत्र सिंह]] || 1213 – 1250 ई० || भुताला का युद्ध जीता। चितौड़ को नयी राजधानी बनायीं।
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|35 || [[समर सिंह]] || 1273 – 1301 ई० || (समर सिंह का एक पुत्र रत्नसेन मेवाड राज्य का उत्तराधिकारी हुआ और दूसरा पुत्र कुम्भकरण नेपाल चला गया। नेपाल के राज वंश के शासक कुम्भकरण के ही वंशज हैं। )
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