"उपमा अलंकार": अवतरणों में अंतर
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'''हरि पद कोमल कमल से''' ▼
'''परिभाषा :— ''जब काव्य में किसी वस्तु या व्यक्ति को तुलना अन्य वस्तु या व्यक्ति से को जाती है तब वहां पर अपना अलंकार होता है। अर्थात् जब किन्हीं दो वस्तुओं के गुण, आकृति , स्वभाव आदि समानता दिखाई जाती है या दो भिन्न वस्तुओं को तुलना की जाए तब वहां पर उपमाअलंकार होता है।'''''
-यहाँ हरि (भगवान) के पैरों को कमल के समान कोमल बताया गया है।
उपमा के चार अंग होते हैं
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