"रेडियो": अवतरणों में अंतर

→‎भारत और रेडियो: संदर्भ जोड़ा
पंक्ति 14:
 
== भारत और रेडियो ==
* 1927 तक भारत में भी ढेरों रेडियो क्लबों की स्थापना हो चुकी थी। 1936 में भारत में सरकारी ‘इम्पेरियल रेडियो ऑफ इंडिया’ की शुरुआत हुई जो आज़ादी के बाद [[आकाशवाणी|ऑल इंडिया रेडियो]] या [[आकाशवाणी]] बन गया।<ref>{{Cite web|url=https://news.jagatgururampalji.org/world-radio-day/|title=World Radio Day 2021: History, Theme, Invention, True Bhakti {{!}} SA News|date=2021-02-13|website=S A NEWS|language=en-US|access-date=2021-02-13}}</ref>
* 1939 में [[द्वितीय विश्वयुद्ध]] की शुरुआत होने पर भारत में भी रेडियो के सारे लाइसेंस रद्द कर दिए गए और [[ट्रांसमीटर|ट्रांसमीटरों]] को [[सरकार]] के पास जमा करने के आदेश दे दिए गए।
* [[नरीमन प्रिंटर]] उन दिनों बॉम्बे टेक्निकल इंस्टीट्यूट बायकुला के प्रिंसिपल थे। उन्होंने रेडियो इंजीनियरिंग की शिक्षा पाई थी। लाइसेंस रद्द होने की ख़बर सुनते ही उन्होंने अपने रेडियो ट्रांसमीटर को खोल दिया और उसके पुर्जे अलग-अलग जगह पर छुपा दिए।
* इस बीच [[महात्मा गांधी|गांधी जी]] ने अंग्रेज़ों भारत छोडो का नारा दिया। गांधी जी समेत तमाम नेता 9 अगस्त 1942 को गिरफ़्तार कर लिए गए और प्रेस पर पाबंदी लगा दी गई।
* [[कांग्रेस]] के कुछ नेताओं के अनुरोध पर नरीमन प्रिंटर ने अपने ट्रांसमीटर के पुर्जे फिर से एकजुट किया। माइक जैसे कुछ सामान की कमी थी जो शिकागो रेडियो के मालिक नानक मोटवानी की दुकान से मिल गई और मुंबई के चौपाटी इलाक़े के सी व्यू बिल्डिंग से 27 अगस्त 1942 को नेशनल कांग्रेस रेडियो का प्रसारण शुरु हो गया।