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'''सिमरनजीत कौर भट्ट''' (जन्म 10 जुलाई 1995) एक भारतीय [[मुक्केबाज़ी|मुक्केबाज]] हैं , जो [[पंजाब (भारत)|पंजाब]] से है |I उन्होंने 2011 से अंतराष्ट्रीय स्तर  पर [[भारत]] का नेतृत्व किया है |I कौर ने 2018 में  ए०इ०बी०ए० विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था |I वह भारतीय महिला बॉक्सिंग दल का हिस्सा रही और अहमेत कोमेर्ट अंतराष्ट्रीय बॉक्सिंग टूर्नामेंट , [[इस्तांबुल]] ,[[तुर्की]] में 64कि०ग्रा० वर्ग  के अंतर्गत भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता |I 2021 के टोक्यो ओलंपिक्स में बॉक्सिंग 64कि०ग्रा० वर्ग में भाग लेंगी |I<ref>{{Cite journal|last=सक्सेना|first=अंजुला|date=2019-12-20|title=काव्यशास्त्र में गुण-विवेचनः भारतीय आचार्यो की दृष्टि में|url=http://dx.doi.org/10.29320/vichar.11.2.8|journal=विचार|volume=11|issue=02|doi=10.29320/vichar.11.2.8|issn=0974-4118}}</ref><ref>{{Citation|title=BUTLER WINS A PAIR IN ITS FIRST NCAA TOURNAMENT|url=http://dx.doi.org/10.2307/j.ctv3c0tnc.60|work=Butler Basketball Legends|pages=182–186|publisher=Indiana University Press|isbn=978-0-253-03525-7|access-date=2021-02-18}}</ref>   
 
== व्यक्तिगत जीवन  एवं पृष्टभूमि ==
कौर का जन्म [[भारत]] में  [[पंजाब (भारत)|पंजाब]] के चकर गाँव के एक निम्नवर्ग  परिवार में हुआ |I उनकी माँ को जीविका चलाने के लिए लोगों के घरों में काम करना पड़ता था |I उनके पिता एक छोटी मासिक वेतन के लिए शराब की दुकान पर काम करते थे |I बहुत बाधाओं के बावजूद परिवार में मुक्केबाज़ी के प्रति जुनून था, उनकी माँ ने उन्हें प्रोत्साहित किया की वे अपने बड़े भाई-बहनों के नक्शेकदम पे चले और खेल में आगे बढ़े |I सिमरनजीत की बड़ी बहन और दो भाई भी मुक्केबाज हैं, हालांकि उनमे से कोई भी सिमरनजीत जितना ऊंचाई नहीं पा सका |I<ref>{{Cite journal|last=Kaur|first=Zameerpal|date=2019-11-22|title=ਈਕੋਕ੍ਰਿਟੀਸਿਜ਼ਮ ਦੇ ਸੰਦਰਭ ਵਿੱਚ ਭਾਈ ਵੀਰ ਸਿੰਘ ਦੀ ਕਵਿਤਾ|url=http://dx.doi.org/10.1080/17448727.2020.1685061|journal=Sikh Formations|volume=16|issue=1-2|pages=122–147|doi=10.1080/17448727.2020.1685061|issn=1744-8727}}</ref>
 
हालांकि कौर का सपना एक शिक्षिका बनने का था |I उनकी माँ भी दृढ़ थी |, वे कौर को उनके गाँव के शेर-ए-पंजाब बॉक्सिंग अकैडमी ले गई और उन्हें प्रोत्शाहित किआ की वे खेल में ही आगे बढ़े |I अंततः कौर मान गई |I<ref>{{Citation|title=Mother Teresa’s attitude towards her early years|date=2006-10-16|url=http://dx.doi.org/10.4324/9780203087510-11|work=Mother Teresa|pages=127–176|publisher=Routledge|isbn=978-0-203-08751-0|access-date=2021-02-18}}</ref>
 
कौर और उनके परिवार को जुलाई 2018 में कठिन समय का सामना करना पड़ा जब उनके पिता गुजर गए |I<ref>{{Cite journal|last=Chaplin|first=David|date=2010|title=Pay and Race in World Championship Boxing|url=http://dx.doi.org/10.2139/ssrn.1590449|journal=SSRN Electronic Journal|doi=10.2139/ssrn.1590449|issn=1556-5068}}</ref> कौर की माँ के पास अब बस उनकी बेटी रह गई थी |I उनका मानना था की लोगों के लिए खेल सर्वश्रेष्ठ तरीका है जिसके माध्यम से लोग अपने आप को गरीबी से निकाल एक सफल जीवन प्राप्त कर सकते हैं | I
हालांकि कौर का सपना एक शिक्षिका बनने का था | उनकी माँ भी दृढ़ थी | वे कौर को उनके गाँव के शेर-ए-पंजाब बॉक्सिंग अकैडमी ले गई और उन्हें प्रोत्शाहित किआ की वे खेल में ही आगे बढ़े | अंततः कौर मान गई |<ref>{{Citation|title=Mother Teresa’s attitude towards her early years|date=2006-10-16|url=http://dx.doi.org/10.4324/9780203087510-11|work=Mother Teresa|pages=127–176|publisher=Routledge|isbn=978-0-203-08751-0|access-date=2021-02-18}}</ref>
 
 
कौर और उनके परिवार को जुलाई 2018 में कठिन समय का सामना करना पड़ा जब उनके पिता गुजर गए |<ref>{{Cite journal|last=Chaplin|first=David|date=2010|title=Pay and Race in World Championship Boxing|url=http://dx.doi.org/10.2139/ssrn.1590449|journal=SSRN Electronic Journal|doi=10.2139/ssrn.1590449|issn=1556-5068}}</ref> कौर की माँ के पास अब बस उनकी बेटी रह गई थी | उनका मानना था की लोगों के लिए खेल सर्वश्रेष्ठ तरीका है जिसके माध्यम से लोग अपने आप को गरीबी से निकाल एक सफल जीवन प्राप्त कर सकते हैं |
 
== पेशेवर  कैरियर ==
2011 में 6वी  राष्ट्रीय कनिष्ठ महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप, [[पटियाला]] में कौर ने कांस्य पदक जीता और 2013 में 8वी राष्ट्रीय महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में बेहतरी कर रजत पदक जीता |I
 
 
उन्होंने ने शुरुआत 48कि०ग्रा० वर्ग से किया किन्तु बाद में उच्च भार वर्गों में परिवर्तित किया |
 
 
2013 में विश्व युवा चैंपियनशिप में 60कि०ग्रा० वर्ग के अंतर्गत भारत का नेतृत्व किया और कांस्य पदक जीता |
 
 
2015 में वरिष्ठ (उच्च वर्ग) राष्ट्रीय महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप, न्यु बंगईगाँव, [[गुवाहाटी]] में कांस्य पदक अर्जित किया |
 
 
2016 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप, [[हरिद्वार]] में इन्हों ने स्वर्ण पदक जीता और सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज बनी |  इन्होंने सीनियर नेशनल में रजत एवं ओपन नेशनल में कांस्य पदक जीता | यही प्रदर्शन आगे चला और 2017 में वरिष्ठ अंतराष्ट्रीय चैंपियनशिप, [[कज़ाकिस्तान]] में दो और कांस्य पदक अर्जित किया |
 
उन्होंने ने शुरुआत 48कि०ग्रा० वर्ग से किया किन्तु बाद में उच्च भार वर्गों में परिवर्तित किया |I
 
2013 में विश्व युवा चैंपियनशिप में 60कि०ग्रा० वर्ग के अंतर्गत भारत का नेतृत्व किया और कांस्य पदक जीता |I
2018 में अपने पिता को खोने के बाद भी कौर ने 32वे अहमेत कोमेर्ट बॉक्सिंग चैंपियनशिप [[तुर्की]] में स्वर्ण पदक जीता और यह पदक उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित किया |<ref>{{Cite journal|last=Alexandrowicz|first=C. H.|date=2017-05-18|title=Is India a Federation? (1954)|url=http://dx.doi.org/10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018|journal=Oxford Scholarship Online|doi=10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018}}</ref>
 
2015 में वरिष्ठ (उच्च वर्ग) राष्ट्रीय महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप, न्यु बंगईगाँव, [[गुवाहाटी]] में कांस्य पदक अर्जित किया |I
 
2016 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप, [[हरिद्वार]] में इन्हों ने स्वर्ण पदक जीता और सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज बनी |I  इन्होंने सीनियर नेशनल में रजत एवं ओपन नेशनल में कांस्य पदक जीता | यही प्रदर्शन आगे चला और 2017 में वरिष्ठ अंतराष्ट्रीय चैंपियनशिप, [[कज़ाकिस्तान]] में दो और कांस्य पदक अर्जित किया |I
वे 2018 में ए०इ०बी०ए० विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप नई दिल्ली, भारत  में 10-सदस्यीय दस्ते का हिस्सा रही | वहाँ भी उन्होंने लाइट वेल्टरवेट वर्ग के अंतर्गत भारत के लिए कांस्य पदक जीता |<ref>{{Cite journal|last=Alexandrowicz|first=C. H.|date=2017-05-18|title=Is India a Federation? (1954)|url=http://dx.doi.org/10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018|journal=Oxford Scholarship Online|doi=10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018}}</ref>
 
2018 में अपने पिता को खोने के बाद भी कौर ने 32वे अहमेत कोमेर्ट बॉक्सिंग चैंपियनशिप [[तुर्की]] में स्वर्ण पदक जीता और यह पदक उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित किया |I<ref>{{Cite journal|last=Alexandrowicz|first=C. H.|date=2017-05-18|title=Is India a Federation? (1954)|url=http://dx.doi.org/10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018|journal=Oxford Scholarship Online|doi=10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018}}</ref>
 
वे 2018 में ए०इ०बी०ए० विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप नई दिल्ली, भारत  में 10-सदस्यीय दस्ते का हिस्सा रही |I वहाँ भी उन्होंने लाइट वेल्टरवेट वर्ग के अंतर्गत भारत के लिए कांस्य पदक जीता |I<ref>{{Cite journal|last=Alexandrowicz|first=C. H.|date=2017-05-18|title=Is India a Federation? (1954)|url=http://dx.doi.org/10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018|journal=Oxford Scholarship Online|doi=10.1093/acprof:oso/9780198766070.003.0018}}</ref>
कौर ने 2019 में लाबुआन बाजु , [[इंडोनेशिया]] में  23वे प्रेसिडेंट्स कप अंतराष्ट्रीय बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता|<ref>{{Cite journal|last=सक्सेना|first=अंजुला|date=2019-12-20|title=काव्यशास्त्र में गुण-विवेचनः भारतीय आचार्यो की दृष्टि में|url=http://dx.doi.org/10.29320/vichar.11.2.8|journal=विचार|volume=11|issue=02|doi=10.29320/vichar.11.2.8|issn=0974-4118}}</ref>
 
कौर ने 2019 में लाबुआन बाजु , [[इंडोनेशिया]] में  23वे प्रेसिडेंट्स कप अंतराष्ट्रीय बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता|जीताI<ref>{{Cite journal|last=सक्सेना|first=अंजुला|date=2019-12-20|title=काव्यशास्त्र में गुण-विवेचनः भारतीय आचार्यो की दृष्टि में|url=http://dx.doi.org/10.29320/vichar.11.2.8|journal=विचार|volume=11|issue=02|doi=10.29320/vichar.11.2.8|issn=0974-4118}}</ref>
 
मार्च 2020 में टोक्यो [[ओलंपिक्स]] के लिए अपनी योग्यता सुनिश्चित की |I पंजाब सरकार ने उनकी इस उपलब्धि के लिए नगद इनाम  एवं नौकरी की घोषणा की है |I कौर ने इसे अपनी आर्थिक कठिनाइयों से निपटने में बहुत जरूरतमंद बताया |I<ref>{{Cite web|url=https://timesofindia.indiatimes.com/sports/boxing/boxer-simranjit-kaur-finally-gets-her-due-reward-from-punjab-govt/articleshow/77873691.cms|title=Boxer Simranjit Kaur finally gets her due reward from Punjab govt {{!}} Boxing News - Times of India|last=Sep 1|first=IANS /|last2=2020|website=The Times of India|language=en|access-date=2021-02-18|last3=Ist|first3=18:41}}</ref>
 
संदर्भ
<references />
{{Reflist}}{{ज्ञानसन्दूक खिलाड़ी|fullname=सिमरनजीत कौर भट्ट|nationality=भारतीय|birth_date=10 जुलाई 1995 (उम्र 25)|birth_place=चकर, पंजाब, भारत|sport=महिला मुक्केबाजी|country=भारत|medaltemplates=विश्व चैंपियनशिप्स