"सतलोक आश्रम": अवतरणों में अंतर

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इससे आर्य समाज के अनुयायी नाराज हो गए  और सतलोक आश्रम करौंथा पर हमला करने का प्रयास किया। पुलिस भी वहां मौजूद थी।  आश्रम में महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों सहित लगभग १० हजार भक्त मौजूद थे। पानी और बिजली की आपूर्ति काट दी गई।  १२ जुलाई २००६ को आर्य समाजियों ने आश्रम पर पत्थरों, पेट्रोल बमों से हमला किया और गोलीबारी की।
 
इस हिंसक झड़प में, आर्य समाज के कुछ अनुयायी मारे गए।<ref>{{Cite web|url=https://www.satlokashram.org/2006-karontha-ashram-case-full-details-sant-rampal-ji-accused-of-murder/|title=2006 Karontha Ashram Case (Full Details) – Sant Rampal Ji accused of murder – Satlok Ashram|language=en-US|access-date=2021-01-16}}</ref> संत रामपाल पर हत्या का आरोप लगा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कई महीनों तक जेल में बिताने के बाद, उन्हें 2008 में जमानत पर रिहा कर दिया गया। संत रामपाल और उनके अनुयायियों ने पूरी करौंथा घटनाकी '''सीबीआई जांच''' की मांग की<ref>{{Cite web|url=https://www.amarujala.com/chandigarh/sathlok-ashram-chief-saint-sant-rampal-moves-to-punjab-haryana-highcourt|title=रामपाल पहुंचे हाईकोर्ट, दर्ज मामलों की जांच सीबीआई से करवाने की अपील|website=Amar Ujala|language=hi|access-date=2021-01-16}}</ref>, लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई।
 
=== बरवाला की घटना 2014 ===