"प्यार": अवतरणों में अंतर

छो 2405:204:340E:4F30:A1F2:91CC:F51D:2469 (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
→‎प्रेम के रूप: इनसान को (इन्सान) के रूप में सही किया।
टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 23:
*अवैयक्तिक प्रेम
 
एक व्यक्ति किसी [[वस्तु]], या [[तत्त्व|तत्व]], या [[लक्ष्य]] से प्रेम कर सकता है जिनसे वो जुडा़ है या जिनका वो [[सम्मान]] करता है। इनसानइन्सान किसी [[वस्तु]], [[प्राणी|जानवर]] या [[कार्य (भौतिकी)|कार्य]] से भी प्यार कर सकता हैं जिसके साथ वो निजी जुड़ाव महसूस करता है और खुद को जुडे़ रखना चाहता है। अवैयक्तिक प्यार सामान्य प्यार जैसा नहीं है, ये इनसान के [[आत्मा]] का नज़रिया है जिससे दूसरों के प्रति एक [[शान्ति]] पूर्वक [[मानसिक]] रवैया उत्पन्न होता है जो [[दया]], [[संयम]], [[माफी][ और [[अनुकंपा]] आदि भवनाओं से व्यक्त किया जाता है। अगर सामान्य [[वाक्य और वाक्य के भेद|वाक्य]] में कहा जाए तो अवैयक्तिक प्यार एक व्यक्ति के दूसरों के प्रति व्यवहार को कहा जाता हैं। इसिलिए, अवैयक्तिक प्यार एक वस्तु के प्रति इनसान के सोच के ऊपर आधारित होता है।
 
*पारस्पारिक प्यार
"https://hi.wikipedia.org/wiki/प्यार" से प्राप्त