"संध्या रंगनाथन": अवतरणों में अंतर
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{{Infobox sportsperson|nationality=Indian|birth_date=जन्म: 20 मई 1998|birth_place=कुड्डालोर, तमिलनाडु|sport=Football|coach=एस मारियाप्पन|name=संध्या रंगनाथन}}'''संध्या रंगनाथन''' (जन्मः 20 मई 1998) एक
▲संध्या रंगनाथन (जन्मः 20 मई 1998) एक भारत फुटबॉल खिलाड़ी हैं। वह तमिलनाडु के कुड्डालोर ज़िले की रहने वाली हैं। टीम मे उनका स्थान मिडफील्डर का है। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा रह चुकी है जिसने 2019 में एसएएफएफ वीमेन चैम्पियनशिप, काठमांडू और नेपाल के ही पोखरा में 13वें दक्षिण एशियाई खेलों में खिताब जीता था।<ref>{{Cite news|url=https://www.bbc.com/hindi/sport-55748660|title=संध्या रंगनाथन: बड़ी चुनौतियों को किक कर किया फ़ुटबॉल में गोल|work=BBC News हिंदी|access-date=2021-02-18|language=hi}}</ref>रंगनाथन इंडियन वीमेन लीग (आईडब्ल्यूएल) में सेतु एफसी के लिए खेलती हैं, उन्होंने इंडियन वीमेन लीग के 2019 के संस्करण में मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर का ख़िताब भी जीता था।<ref>{{Cite web|url=https://www.newindianexpress.com/sport/football/2020/feb/04/difficult-days-in-the-past-sandhiya-chasing-european-dreams-2098634.html|title=Difficult days in the past, Sandhiya chasing European dreams|website=The New Indian Express|access-date=2021-02-18}}</ref><ref>{{Cite news|url=https://www.bbc.com/hindi/sport-55748660|title=संध्या रंगनाथन: बड़ी चुनौतियों को किक कर किया फ़ुटबॉल में गोल|work=BBC News हिंदी|access-date=2021-02-18|language=hi}}</ref>
== व्यक्तिगत जीवन और पृष्ठभूमिसंध्या ==
रंगनाथन का जन्म 20 मई 1998 को तमिलनाडु के [[कुड्डलोर जिला|कुड्डालोर]] ज़िले में हुआ था। जब वे बहुत छोटी थीं तो उनके माता-पिता अलग हो गए थे और उन्हें एक सरकारी हॉस्टल में डाल दिया गया था, जहाँ उन्होंने फ़ुटबॉल खेलना शुरू किया। उनकी माँ जो एक दिहाड़ी मज़दूर थीं समय निकाल कर महीने में एक बार अपनी बेटी मे मुलाक़ात किया करती थीं।<ref>{{Cite web|url=https://www.newindianexpress.com/good-news/2019/dec/20/tamil-nadu-girls-journey-from-orphanage-to-national-football-team-colours-2078487.html|title=Tamil Nadu girls’ journey from orphanage to national football team colours|website=The New Indian Express|access-date=2021-02-18}}</ref>
रंगनाथन को तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी में कोच एस मरियप्पन से और इंदिरा गाँधी एकेडमी फॉर स्पोर्स्ट ऐंड एजुकेशन (कुड्डलोर) में अच्छी कोचिंग मिली। उन्होंने अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दिया और तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी से एम कॉम की डिग्री ली।<ref
= करियर =
रंगनाथन ने जूनियर स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रखा था, लेकिन 2018 में उन्होंने स्पेन में आयोजित सीओटीआईएफ़ कप में हिस्सा लेकर सीनियर टीम में भी खेलना भी शुरू कर दिया। उन्हें 30 संभावित खिलाड़ियों में से टीम में चुना गया और टूर्नामेंट में उन्होंने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय गोल के साथ अंतरराष्ट्रीय पटल पर एक शानदार आगाज किया।
इस युवा महिला फुटबॉलर ने उच्च रैंकिंग वाले उज़बेकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत का एकमात्र गोल भी किया, जब उन्होंने 52वें मिनट में बाला देवी के दिए गए पास को गोल में बदल दिया।
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रंगनाथन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक थीं जिन्होंने महत्वपूर्ण ओलंपिक क्वालीफायर में नेपाल के ख़िलाफ़ 3-1 से मिली जीत में गोल कर अपना योगदान दिया। ये सारी उपलब्धियां उन्होंने 2019 में देश के लिए खेलते हुए हासिल कीं।<ref>{{Cite web|url=https://www.the-aiff.com/article/indian-women-clinch-crucial-win-against-nepal-in-2020-olympic-qualifiers-round-2|title=INDIAN WOMEN CLINCH CRUCIAL WIN AGAINST NEPAL IN 2020 OLYMPIC QUALIFIERS ROUND 2|website=www.the-aiff.com|access-date=2021-02-18}}</ref>
इंडियन वीमेन लीग में उन्होंने अपने क्लब सेतु एफसी के लिए खेलते हुए कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं और साथ ही ख़िताब भी हासिल किया है, जिसके लिए उन्हें मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर (MVP) का अवार्ड मिला।
रंगनाथन 2020 में भी IWL टूर्नामेंट में दूसरी सबसे अधिक गोल करने वाली खिलाड़ी बनीं।<ref
== सन्दर्भ ==
▲रंगनाथन 2020 में भी IWL टूर्नामेंट में दूसरी सबसे अधिक गोल करने वाली खिलाड़ी बनीं।<ref>{{Cite web|url=https://www.newindianexpress.com/sport/football/2020/feb/04/difficult-days-in-the-past-sandhiya-chasing-european-dreams-2098634.html|title=Difficult days in the past, Sandhiya chasing European dreams|website=The New Indian Express|access-date=2021-02-18}}</ref>
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