"रविदास": अवतरणों में अंतर
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रविदास वानी टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
→जीवन: गुरू रविदास कबीर दास जी के शिष्य नही थे टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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== जीवन ==
गुरू रविदास (रैदास) का जन्म [[काशी]] में माघ पूर्णिमा दिन रविवार को संवत 1433 को हुआ था। उनके जन्म के बारे में एक दोहा प्रचलित है। चौदह से तैंतीस कि माघ सुदी पन्दरास। दुखियों के कल्याण हित प्रगटे श्री रविदास।
उनके पिता रग्घु तथा माता का नाम घुरविनिया था। उनकी पत्नी का नाम लोना बताया जाता है।<ref>{{Cite web|url=https://navbharattimes.indiatimes.com/astro/others/today-guru-ravidass-jayanti-is-the-birthday-of-celebrated-on-magh-purnima-73748/|title=Ravidas Jayanti 2020: राम नाम जपने का यह लाभ बताया है संत रविदास ने|last=टाइम्स|first=नवभारत|date=2020-02-09|website=नवभारत टाइम्स|language=hi-IN|access-date=2021-01-15}}</ref> रैदास ने साधु-सन्तों की संगति से पर्याप्त व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया था। वे जूते बनाने का काम किया करते थे औऱ ये उनका व्यवसाय था और अपना काम पूरी लगन तथा परिश्रम से करते थे और समय से काम को पूरा करने पर बहुत ध्यान देते थे। <ref name=":0">{{Cite web|url=https://news.jagatgururampalji.org/guru-ravidas-jayanti-2020-hindi/|title=Guru Ravidas Jayanti 2020 [Hindi]: जीवनी, कौन थे संत रविदास जी के गुरु?|date=2020-02-07|website=S A NEWS|language=en-US|access-date=2021-02-03}}</ref>संत रामानन्द के शिष्य बनकर उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया।
== स्वभाव ==
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