"ईश्वर": अवतरणों में अंतर
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{{Distinguish|देवता}}
{{एक स्रोत}}
'''परमेश्वर''' वह सर्वोच्च परालौकिक शक्ति है जिसे इस [[ब्रह्माण्ड|संसार]] का सृष्टा और शासक माना जाता है। हिन्दी में ईश्वर को [[भगवान]], [[परमात्मा]] या [[परमेश्वर]] भी कहते हैं। अधिकतर धर्मों में परमेश्वर की परिकल्पना [[ब्रह्माण्ड]] की संरचना से जुड़ी हुई है।
| last1=आप्टे
| first1=वामन शिवराम
| title=द प्रैक्टिकल् संस्कृत इंग्लिश डिक्शनरी
| publisher= मोतीलाल बनारसीदास
| place=दिल्ली, वाराणसी, पटना, मद्रास
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| year=१९६५
}}</ref>
[[File:YHWH.svg|thumb|200px|नाम [[यहोवा]] इब्रानी में]]
== धर्म और दर्शन में परमेश्वर की अवधारणाएँ ==
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{{मुख्य|इस्लाम}}
[[File:Allah3.svg|thumb|right|200px|[[अरबी भाषा]] में लिखा '''अल्लाह''' शब्द]]
वो ईश्वर को [[अल्लाह]] कहते हैं। [[इस्लाम|इस्लाम धर्म]] की धार्मिक पुस्तक [[क़ुरआन
इस्लाम का मूल मंत्र "लॉ इलाह इल्ल
इस्लाम मे मुसलमानो को खड़े खुले में पेशाब(इस्तीनज़ा) करने की इजाज़त नही क्योंकि इससे इंसान नापाक होता है और नमाज़ पढ़ने के लायक नही रहता इसलिए इस्लाम मे बैठके पेशाब करने को कहा गया है और उसके बाद पानी से शर्मगाह को धोने की इजाज़त दी गयी है।
इस्लाम मे 5 वक़्त की नामाज़ मुक़र्रर की गई है और हर
=== हिन्दू धर्म ===
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