"वाइब्रियो कॉलेरी": अवतरणों में अंतर

वाइब्रियो (Vibrio) ग्राम-ऋणात्मक बैक्टीरिया का एक जीववैज्ञानिक वंश है। इसकी कोशिकाओं का आकार चापदार छड़ी जैसा होता है (यानि कोमा जैसा)। इसकी कई जातियाँ भोजन विषात्तन की कारक होती हैं और ठीक से मछलियाँ व अन्य समुद्री आहार न पकाने के कारण फैलती हैं। हैज़ा उत्पन्न करने वाली वाइब्रियो कोलेराए (Vibrio cholerae) जाति इसी वंश में शामिल हैं। यह प्रोटियोबैक्टीरिया संघ के गामाप्रोटियोबैक्टीरिया वर्ग के वाइब्रियोनेसी कुल की सदस्य होती हैं और अधिकतर खारे जल में रहती हैं। वाइब्रियो जातियाँ अंतर्बीजाणु न बनान
 
उचित लेख पर पुनर्प्रेषित।
टैग: नया अनुप्रेषण
 
पंक्ति 1:
#पुनर्प्रेषित [[वाइब्रियो]]
'''वाइब्रियो''' (Vibrio) [[ग्राम-ऋणात्मक बैक्टीरिया|ग्राम-ऋणात्मक]] [[जीवाणु|बैक्टीरिया]] का एक [[वंश (जीवविज्ञान)|जीववैज्ञानिक वंश]] है। इसकी [[कोशिका|कोशिकाओं]] का आकार [[चाप|चापदार]] छड़ी जैसा होता है (यानि कोमा जैसा)। इसकी कई [[जाति (जीवविज्ञान)|जातियाँ]] [[भोजन विषात्तन]] की कारक होती हैं और ठीक से [[मछली|मछलियाँ]] व अन्य समुद्री आहार न पकाने के कारण फैलती हैं। [[हैजा|हैज़ा]] उत्पन्न करने वाली वाइब्रियो कोलेराए (Vibrio cholerae) जाति इसी वंश में शामिल हैं। यह [[प्रोटियोबैक्टीरिया]] [[संघ (जीवविज्ञान)|संघ]] के [[गामाप्रोटियोबैक्टीरिया]] [[वर्ग (जीवविज्ञान)|वर्ग]] के [[वाइब्रियोनेसी]] [[कुल (जीवविज्ञान)|कुल]] की सदस्य होती हैं और अधिकतर [[खारा जल|खारे जल]] में रहती हैं। वाइब्रियो जातियाँ [[अंतर्बीजाणु]] न बनाने वाली [[विकल्पी अवायुजीव]] होती हैं। अधिकांश वाइब्रियो जातियों की कोशिकाओं में दो [[गुणसूत्र]] (क्रोमोसोम) होते हैं जो बैक्टीरिया के लिए असाधारण है। इसकी सभी जातियाँ [[कशाभिका|कशाभिकाएँ]] रखती हैं और [[गतिशीलता|गतिशील]] होती हैं