"रब ने बना दी जोड़ी": अवतरणों में अंतर

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सूरी (शाहरुख खान) पंजाब पावर का एक कर्मचारी है। उसकी शादी अपने गुरु की बेटी तानी से तब हो जाती है जब तानी की शादी के दिन उसका दूल्हा एक बस दुर्घटना में मारा जाता है और इस वजह से उसके पिता की हृदयगति रुक जाती है। मरते-मरते वो सूरी से ये वचन ले लेते हैं कि वो तानी से शादी करेगा। तानी शादी के बाद सूरी को अपना नहीं पाती है। वो सूरी के साथ तो रहती है पर सूरी से कहती है कि "मैं आपसे प्यार कभी नहीं कर सकूंगी"। सूरी घर के उपर वाले कमरे में सोता है और तानी नीचे वाले कमरे में। दोनों में यदा-कदा ही बात होती है।
 
सूरी का जिगरी दोस्त ([[विनय पाठक]]) सूरी के वेष-भूषा में परिवर्तन ला देता है। जब तानी उसे नृत्य-प्रशिक्षण केन्द्र में देखता है तो नए रंगरूप में उसे पहचान नहीनहीं पाती है। सूरी पहले तो बचने का प्रयास करता है पर जब उसे तानी की अनभिज्ञता का पता चलता है तो वो अपना नाम राज बताता है। राज शाम में तो तानी के साथ रहता है पर अपना वेष बदलकर वापस घर सूरी बनकर आ जाता है। कई दिनों तक ऐसा चलने से तानी को राज के प्रति खिचाव का एहसास होता है। पर सूरी (यानि राज) ये निर्णय करता है कि वो चाहता है कि तानी सूरी के रूप को पसन्द कर ना कि राज वाले रूप को। अन्त में तानी को राज और सूरी के एक ही व्यक्ति होने के बारे में पता चलता है। इस फ़िल्म की पटकथा को द एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्टस एंड साइंसेज की मारग्रेट हैरिक लाइब्रेरी में स्थान दिया गया है।<ref>{{cite web|url=http://www.bhaskar.com/2008/12/18/0812182005_rab_ne_bana_di_jodi.html|title=रब ने बना दी जोड़ी अब ऑस्कर की लाइब्रेरी में|access-date=[[२ मार्च]] [[२००९]]|format=एचटीएमएल|publisher=दैनिक भास्कर|language=|archive-url=https://web.archive.org/web/20090221002647/http://www.bhaskar.com/2008/12/18/0812182005_rab_ne_bana_di_jodi.html|archive-date=21 फ़रवरी 2009|url-status=live}}</ref>
 
== संगीत ==