"सुभद्रा": अवतरणों में अंतर

मात्रा त्रुटि ठीक की गई व गलत जानकारी हटाई गई , सुभद्रा वसुदेव की नही नंद की पुत्री थी , जिसे वसुदेव श्री कृष्ण जन्म के समय नंद बाबा से बदल लाएं थे , जिससे कंस को यह भ्रम हो जाए कि उनकी 8वी संतान एक कन्या है । बाद में कंस ने जब सुभद्रा का वध करना चाहा तब वह योगमाया का रूप धारण कर अंतर्ध्यान हो गई । बाद में सुभद्रा के नाम से जानी गई ।
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[[सुभद्रा]] महाभारत के प्रमुख नायक भगवान [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] और [[बलराम]] की बहन थीं | इनके पिता का नाम [[नन्द बाबा]] और माता का नाम [[यशोदा]] था |
 
वसुदेव व देवकी की आठवीं संतान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही वसुदेव उन्हें रात्रि के समय गोकुल में अपने भाई तथा मित्र नंद को सौंप आये थे व बदले मेंं नंद की नवजात पुत्री को ले आये थे ताकि कंस को यह भ्रम हो सके कि उनकी आंठवी संतान एक कन्या है , बाद में कंस द्वारा कन्या के वध का प्रयास करने पर कन्या योगमाया के रूप में प्रकट होकर अंतर्ध्यान हो गयी व बाद में सुभद्रा के नाम से जानी गयी ।
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