"संवेग (भौतिकी)": अवतरणों में अंतर

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: ''पिण्डों के किसी बन्द निकाय (सिस्टम) पर कोई वाह्य बल न लगाया जाय तो उस निकाय का कुल संवेग नियत बना रहता है। इस नियम का एक परिणाम यह है कि वस्तुओं के किसी भी निकाय का [[संहति-केन्द्र|द्रव्यमान केन्द्र]] (center of mass) एक नियत वेग से चलता रहेगा जब तक उस पर कोई वाह्य बल न लगाया जाय।
 
'''संवेग की एक विशेष बात यह है कि यह सभी स्थितियों में संरक्षित रहता है''' - यहाँ तक कि [[संघट्ट|संघट्टों]] (collisions) में, तथा विस्फोटक बलों के कारण होने वाली गति की दशा में भी। जबकि [[गतिज ऊर्जा]] संघट्ट की दशा में संरक्षित नहीं होती है यदि संघट्ट अप्रत्यास्थ (inelastic) होंगे। चूंकि संवेग संरक्षित रहता है, इस तथ्य का उपयोग संघट्ट के उपरान्त वस्तुओं के वेग ज्ञात करने के लिये किया किया।