"महामृत्युञ्जय मन्त्र": अवतरणों में अंतर

छो Anurodhjena (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
छो इस सन्पदन हमने महामृत्युंजय जाप विधी के बारे मे जानकारि दि है
पंक्ति 80:
ती खरेचि मृत्युपासून, नव्हे परी अमृतापासून ।।
श.भ.कोंडेजकर
 
== महामृत्युंजय जाप विधी ==
कोई भी व्यक्ति कभी भी इस शक्तिशाली मंत्र का जाप कर सकता लेकिन पुरोहितों द्वारा यह सुझाव दिया जाता है की महामृत्युंजय जाप विधी सुबह जल्दी ब्रह्मा मुहूरत में ही करना उचित है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर ऐसा पवित्र स्थान है जहाँ सभी अनुष्ठानों को धार्मिक रूप से संपन्न किया जाता है, और इसे १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक के स्वरूप में भी माना जाता है।
 
महामृत्युंजय जाप विधी को स्नान (शरीर शुद्धिकरण) के बाद ब्रह्मा मुहूरत (सुबह ४:० ० बजे) किया जाना चाहिए। उसके बाद "आचमन" करना चाहिए और बाद में पूर्व की ओर का सामना करके प्राणायाम करने के बाद ध्यान केंद्रित करके, आसन पर बैठकर फिर महामृत्युंजय जाप (" ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।, उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥") करना उचित है।
 
यह माना जाता है की, रुद्राक्ष माला (रुद्राक्ष से बनाई गयी माला) पर महामृत्युंजय जाप १०८ बार जाप करने से मंत्र की शक्ति में वृद्धि होती है क्योंकि १० बार सिद्धता, एकजुटता को दर्शाता है। माना जाता है कि दिन में एक बार भी इस मंत्र का जाप करने से लाभ के साथ-साथ अभीष्ट प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
 
पुरोहितों द्वारा यह सुझाया जाता है की, इस जाप को ब्रह्म मुहूरत पर खाली पेट अनुष्ठान करना अधिक लाभकारी होगा। विधी किसी एक व्यक्ति के साथ या समूह के साथ भी की जा सकती है जोकि अधिक उचित है क्योकि जब समूह में १०८ बार स्थिर लय और पूरी श्रद्धा के साथ में पूरा करने से आस-पास सकारात्मक ऊर्जाए की उत्पत्ति होती हैं। महामृत्युंजय जाप माल विधी के लिए लगने वाली कुल निधी पुरोहितों द्वारा सुझाए गए महामृत्युंजय हवन के लिए उपयोगी सभी सामग्री पर निर्भर है।
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
* [https://web.archive.org/web/20110810124814/http://www.birlacenter.com/taking-action/mantras/maha-mrityunjaya-mantra/explanation-of-maha-mrityunjaya-mantra '''महामृत्युंजय मंत्र का प्रभाव''']
*[https://techreflexes.blogspot.com/2019/03/mrityunjay-mantra-hindi-meaning-kya-hai.html महामृत्युंजय मंत्र और लघु मृत्‍युंजय मंत्र के जप का लाभ]
*[https://www.purohitsangh.org/mahamrityunjay-mantra महामृत्युंजय जाप विधी]
 
==सन्दर्भ==