"जनसंपर्क": अवतरणों में अंतर

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'''जनसंपर्क''' (पब्लिक रिलेशन्स) का सीधा अर्थ है 'जनता से संपर्क रखना'। जनसम्पर्क एक प्रक्रिया है जो एक उद्देश्य से व्यक्ति या वस्तु की छबि, महत्व एवं विश्वास को समूह अथवा समाज में स्थापित करने में सहायक होती है। जनसंचार के विभिन्न उपकरणों के माध्यम से समाज या समूह से जीवन्त सम्बन्ध बनाने में यह सेतु का कार्य करती है।
 
[https://pr24x7.com/ जनसंपर्क (पब्लिक रिलेशन्स)]
 
जनसंपर्क यानी पब्लिक रिलेशन्स का सीधा सा अर्थ है 'जनता से संपर्क रखना या बनान'। [https://pr24x7.com/contact-us/ जनसम्पर्क] को एक ऐसी प्रक्रिया के रूप में समझा  जा सकता है, जिसके अंतर्गत एक उद्देश्य के साथ किसी व्यक्ति या वस्तु की छवि, उसके महत्व तथा भरोसे को किसी समूह व समाज में स्थापित व बेहतर करने का काम किया जाता है। आसान भाषा में कहें तो यह जनसंचार के विभिन्न माध्यमों के जरिए समाज या समूह से जीवन्त सम्बन्ध बनाने में एक पुल (सेतु) की तरह कार्य करता है।
 
जनसंपर्क, [https://pr24x7.com/ संचार] और संप्रेषण (विचारों तथा सूचनाओं को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक सटीक तरीके से पहुंचाने) का एक तरीका है, जिसमें किसी व्यक्ति या संगठन तथा इस क्षेत्र से संबंधित लोगों के बीच संपर्क स्थापित किया जाता है। इस प्रकार जनसंपर्क सेवा लेने वालों तथा सेवा देने वालों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। जनसम्पर्क, सूचनाओं तथा विचारों का आदान-प्रदान कर, समाज में व्यक्ति विशेष अथवा  प्रोडक्ट्स को लेकर जागरूकता लाने में सहायक होता है।
 
मौजूदा दौर में किसी भी संस्था की साख बनाने के लिए [https://pr24x7.com/ जनसंपर्क] एक आवश्यक अंग बन गया है। सरकारों के अलावा निजी संस्थाएं भी जनसंपर्क के माध्यम से अपनी साख बनाने का कार्य कर रही हैं। जनसंपर्क को संक्षेप में ऐसा कार्य कहा जाता है, जिसे जनता द्वारा सराहा जाए, जनसंपर्क का पहला तत्व है अच्छा प्रदर्शन। जैसे-जैसे किसी संगठन या संस्था का जनता के साथ संबंध बनना शुरू होता है, वैसे वैसे जनसंपर्क भी बढ़ने लगता है और लोगों का विशवास बढ़ना शुरू हो जाता है। अच्छे जनसम्पर्क में सच्चाई और ईमानदारी का होनी बेहद आवश्यक है।
 
यहां एक बात समझना बेहद जरुरी है कि जनसंपर्क की प्रक्रिया विज्ञापन या विक्रय प्रमोशन की प्रक्रिया से एकदम अलग है, क्योंकि इसमें वांछित जानकारी को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बल्कि उसके वास्तविक रूप में लेकिन प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया जाता है। आज सभी छोटे-बड़े संस्थानों में जनसंपर्क क्रय तथा जनसंपर्क अधिकारी, सूचना संप्रेषण तथा विचारों की अभिव्यक्ति का दायित्व निभा रहे हैं। इसे करियर निर्माण की दृष्टि से भी एक सम्मानजनक क्षेत्र माना जाता है।
 
जनसंपर्क के अंतर्गत मीडिया रिलेशन, क्राइसिस मैनेजमेंट, मार्केटिंग कम्युनिकेशन, फाइनेंशियल, [https://pr24x7.com/ पब्लिक रिलेशंस], सरकारी संबंध, औद्योगिक संबंध आदि शामिल होते हैं।
 
[https://pr24x7.com/contact-us/ जन- सम्पर्क का महत्त्व]
 
किसी भी संगठन में जन-सम्पर्क के महत्व की अवहेलना नहीं की जा सकती है। संगठन के उद्देश्यों की सफलता जन-सम्पर्क कार्यक्रमों
 
पर ही निर्भर करती है। सरकारी संगठन के अन्तर्गत जन-सम्पर्क का उद्देश्य सरकार की नीतियों, कार्यों, योजनाओं तथा सामाजिक विकास हेतु किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी जनता को प्रदान करना तथा सरकार के प्रति जनता में विश्वास उत्पन्न करना है।
 
दूसरी ओर कॉर्पोरेट सेक्टर अथवा गैर-सरकारी संगठन जिसमें प्रमुख रूप से उद्योग समूह आते हैं, का उद्देश्य अपनी उत्पादित वस्तु के प्रति जनता की रुचियों तथा अभिवृत्तियों का अध्ययन करना है। साथ ही उत्पादित वस्तु की गुणवत्ता के प्रति जनता में आस्था व विश्वास की वृद्धि करने का प्रयास करना है। आम जनता के बीच अपनी छवि बनाने के लिए व्यावसायिक कम्पनियाँ जन-सम्पर्क का खूब इस्तेमाल करती है।
 
==परिचय==