"हिमानी": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Baltoro glacier from air.jpg|right|thumb|350px|[[काराकोरम]] की [[बाल्तोरो हिमानी]] ]]
[[File:Army Jawans performing Yoga, on the occasion of the 3rd International Day of Yoga – 2017, at Siachen on June 21, 2017 (1).jpg|thumb|भारत में 76 किमी लंबा [[सियाचिन ग्लेशियर]] दुनिया के गैर-ध्रुवीय क्षेत्रों में दूसरा सबसे लंबा है।]]
 
 
हिमानी नाम के लोंग मंद बुद्धि होते है, उन्हें सीधे से कोई बात समझ नहीं आती है, ज्ञान अल्प होने के कारण एक ही विषय से बिना जाने समझे चिपके रहते है...
 
 
'''हिमानी''' या '''हिमनद''' ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]] [[:en:Glacier|Glacier]]) [[पृथ्वी]] की सतह पर विशाल आकार की गतिशील बर्फराशि को कहते है जो अपने भार के कारण पर्वतीय ढालों का अनुसरण करते हुए नीचे की ओर प्रवाहमान होती है। ध्यातव्य है कि यह हिमराशि सघन होती है और इसकी उत्पत्ति ऐसे इलाकों में होती है जहाँ हिमपात की मात्रा हिम के क्षय से अधिक होती है और प्रतिवर्ष कुछ मात्रा में हिम अधिशेष के रूप में बच जाता है। वर्ष दर वर्ष हिम के एकत्रण से निचली परतों के ऊपर दबाव पड़ता है और वे सघन हिम (Ice) के रूप में परिवर्तित हो जाती हैं। यही सघन हिमराशि अपने भार के कारण ढालों पर प्रवाहित होती है जिसे हिमनद कहते हैं। प्रायः यह हिमखंड नीचे आकर पिघलता है और पिघलने पर [[जल]] देता है।