"पंचकल्याणक": अवतरणों में अंतर
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== मोक्ष कल्याणक ==
जैन धर्म में '''मोक्ष''' का अर्थ है पुद्ग़ल कर्मों से मुक्ति। जैन दर्शन के अनुसार '''मोक्ष''' प्राप्त करने के बाद जीव (आत्मा) जन्म मरण के चक्र से निकल जाता है और लोक के अग्रभाग सिद्धशिला में विराजमान हो जाती है। सभी कर्मों का नाश करने के बाद '''मोक्ष''' की प्राप्ति होती हैं।
[[श्रेणी:संस्कृति]]
[[श्रेणी:जैन त्यौहार]]
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