"राजेन्द्र जिज्ञासु": अवतरणों में अंतर

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प्रा. राजेन्द्र जिज्ञासु जी ने पं. गंगाप्रसाद उपाध्याय ग्रन्थावली का भी चार वृहद खण्डों में सम्पादन व प्रकाशन किया है। पं. लक्ष्मण आर्य जी ने ऋषि दयानन्द जी का उर्दू में वृहद जीवन चरित्र लिखा था। जिसका हिन्दी में अनुवाद कर आपने दो खण्डों में प्रकाशन कराया है। अन्य अनेक विषयों के भी छोटे-बड़े ग्रन्थ आपने लिखे हैं। परोपकारी मासिक में आपकी लेख शृंखला ‘कुछ तड़फ कुछ झड़फ’ के नाम से वर्षों से प्रकाशित होती आ रही है।
 
आपने पंजाब के एक आर्य सन्त पंडित [[रूलियाराम]] जी का एक लघु एवं महत्वपूर्ण जीवन चरित लिखा है। <ref>[https://www.pravakta.com/amazing-inspirational-examples-of-human-service-pt-rule-ram/ मानव सेवा का अद्भुत प्रेरणादायक उदाहरण : पं. रुलिया राम]</ref>
 
==सन्दर्भ==