"रमज़ान": अवतरणों में अंतर

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==रमज़ान और कुरान का अवतरण==
मुसलमानों के विश्वास के अनुसार इस महीने की [[२७|727]]वीं रात [[शब-ए-क़द्र]] को कुरान का नुज़ूल (अवतरण) हुआ। इसी लिये, इस महीने में क़ुरान को अधिक पढ़ना पुण्यकार्य माना जाता है। तरावीह की नमाज़ में महीना भर कुरान का पठन किया जाता है। जिस से कुरान पढ़ना न आने वालों को कुरान सुनने का अवसर अवश्य मिलता है।<ref>{{Cite web|url=https://khabar.ndtv.com/news/faith/shab-e-barat-2020-date-importance-significance-in-islam-know-all-the-facts-2207664|title=रमज़ान और कुरान|last=|first=|date=|website=NDTV Hindi|archive-url=https://web.archive.org/web/20200417072518/https://khabar.ndtv.com/news/faith/shab-e-barat-2020-date-importance-significance-in-islam-know-all-the-facts-2207664|archive-date=17 अप्रैल 2020|dead-url=|access-date=|url-status=dead}}</ref>
 
==महत्वपूर्ण तिथियाँ==