"विष": अवतरणों में अंतर

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6. एक या दो प्रतिशत हाइड्रोजन परऑक्साइड।
 
 
===विरेचन (Catharsis)===
यह मंदकारी अवशोषण में प्रभावकारी हो सकता है। आंत्रिक अवशोषण के पहले विष का निष्क्रिय करने के लिए जठरीय वस्तिक्रिया अनिवार्य है, यदि तीव्र अम्ल या क्षार से विषाक्तता न हुई हो। जिस स्थिति में बस्तिक्रिया संभव नहीं है, उसके लिए निम्नलिखित उपाय करना चाहिए :
 
(1) [[विषप्रतिकारक|विष प्रतिकारकों]] के द्वारा अम्लों और क्षारों का उदासीनिकरण,
 
(2) विशिष्ट रसायनकों का अवक्षेपण (यह क्रिया विशिष्ट कारकों पर निर्भर होनी चाहिए) तथा
 
(3) शमकों द्वारा निष्क्रियकरण (शमक धातुओं को अवक्षेपित करते हैं अनेक विषों के अवशोषण को कम करने में सहायक होते हैं और ये प्रदाहग्रस्त झिल्लियों को बड़ी शांति प्रदान करते हैं)। 3-4 अंडों का श्वेतक 500 मिली लिटर दूध या पानी में, मखनिया दूध, पतले आटे या मंड के विलयन में (यदि संभव हो तो उबले हुए में) मिलाकर देना चाहिए।
 
===सहायक और लाक्षणिक उपाय===
तीव्र विषाक्तता के शिकार लोगों को जागरूक डाक्टरी देखभाल में रखना चाहिए, जिससे विषाक्तता की तात्कालिक और विलंबित जटिलताओं का पूर्वानुमान किया जा सके। विष खाकर आत्महत्या करने में विफल लोगों को किसी मनश्चिकित्सक की देखरेख में रखना डाक्टरी चाहिए।
 
===परिसंचारी विफलता (Circulatory failure)===
इसमें
*(1) संक्षोभ के समय मुख्य उपाय हैं, पार्श्वशायी स्थिति (recumbent position), ऊष्मा, उद्दीपकों का प्रयोग और प्रभावी रुधिर आयतन की वृद्धि के लिए आंत्रेतर तरलों का (parenteral fluids) प्रयोग,
*(2) हृदीय असफलता के समय मुख्य उपाय है, ऑक्सीजन, डिजिटेलिस (digitalis), पारदीयमूत्रवर्धक औषधियों का सेवन, तथा
*(3) फुप्फुसशोथ (pulmonary oedema) के समय मुख्य उपाय है, धनात्मक दबाव के साथ ऑक्सीजन सेवन, आंत्रेतर (parenteral) लवण या अन्य आंत्रेतर तरल (प्लाज्मा छोड़कर) से बचाना।
 
===श्वसन असामान्यताएँ ===
(1) श्वसन अवरोध के समय मुखग्रसनी (oropharyngeal) वायुपथ और आंतरश्वासप्रणाल (intratracheal) निनालन (intubation) को ठीक करना चाहिए।
 
(2) श्वसन अवनमन (depression) के समय रोगी को खुली हवा में कृत्रिम श्वसन कराना चाहिए। पुनरुज्जीवक (resuscitator), या अन्य स्वयंचल संवातन, यथाशीघ्र करना चाहिए। उद्दीपकों से लाभ होना संदिग्ध है। साधारणतया उपयोग में आनेवाले उद्दीपक निम्नलिखित हैं :
 
* गरम, कड़ी काली कॉफी, मुख से या गुदामार्ग से,
* गरम कड़ी चाय मुख से,
* एक प्याले पानी में दो या चार मिलिलीटर अमोनिया का ऐरोमेटिक स्पिरिट,
* 50-120 मिलिलीटर एफेड्रिन सल्फेट मुख से या अधस्त्व्क रूप से,
* कोरामिन (coramine) की सूई,
* ऐंफाटैमिन सल्फेट 5-40 मिलिग्राम मुख से या सूई से तथा,
* मेथाऐंफाटैमिन हाइड्रोक्लोराइड, 2.5-15 मिलिग्राम मुख से।
 
===केंद्रीय तंत्रिकातंत्र संयोग===
(1) केंद्रीय तंत्रिकातंत्र की उत्तेजना होने पर सम्मोहक या प्रति आक्षेप (anti-convulsant) का प्रयोग करना चाहिए :
*(क) ऐमोबारबिटल सोडियम (ऐमिटल) का ताजा 10 प्रतिशत विलयन 250-500 मिलिमीटर,
*(ख) पैराऐल्डिहाइड मुख से, गुदामार्ग से या नितंब में तथा (ग) कैल्सियम ग्लूकोनेट 10 प्रतिशत, 10-20 मिलिलीटर, सूई से।
 
===निर्जलीकरण (Dehydration)===
संकेतानुसार मुख के माध्यम से या आंत्रेतर तरल देना चाहिये।
 
===पीड़ा===
पीड़ाहर और स्वापक (Narcotic) ओषधि देनी चाहिए।
 
==विधिक (कानूनी) पक्ष==
चाहे कैसी ही विषाक्तता हो, यह चिकित्सक का कर्तव्य है कि वह वमित पदार्थ, आमाशय धावन (wash) और मल मूत्र का नूमना सुरक्षित रखे। रोगी का नाम, संरक्षित पदार्थ का नाम, परीक्षण की तिथि और नमूने को ताले में बंद कर रखना चाहिए।
 
यदि गैरसरकारी चिकित्सक को शंका हो जाए कि रोगी की हत्या करने के लिए विष दिया गया है, तो उसे आपराधिक कार्यवाही संहिता की 44वीं धारा के अंतर्गत इसकी सूचना निकटस्थ पुलिस स्टेशन या मजिस्ट्रेट को देनीं चाहिए। इस प्रकार की कठिनाइयों से बचने के लिए, हर विषाक्तता के रोगी की सूचना पुलिस में दे देनी चाहिए। सरकारी अस्पताल का चिकित्सा अधिकारी सभी संदिग्ध विषाक्तता की सूचना पुलिस को देने के लिए बाध्य है। यदि रोगी मृत अवस्था में लाया, जाए, तो डाक्टर उसे मृत्यु का प्रमाणपत्र न दे और इसकी सूचना पुलिस को दे।
 
==सामान्य विषों की चिकित्सा==
देखें : '''[[विष प्रतिकारक]]'''
 
==बाहरी कड़ियाँ==
* [http://www.atsdr.cdc.gov/ Agency for Toxic Substances and Disease Registry]
* [http://www.aapcc.org/ American Association of Poison Control Centers]
* [http://www.acmt.net American College of Medical Toxicology]
* [http://www.napcc.aspca.org ASPCA Animal Poison Control Center]
* [http://curriculum.toxicology.wikispaces.net/entire+curriculum/ Clinical Toxicology Teaching Wiki]
* [http://www.who.int/ipcs/poisons/centre/directory/en/ Find Your Local Poison Control Centre Here (Worldwide)]
* [http://www.poisons.co.nz/ Poison Prevention and Education Website]
 
[[श्रेणी:प्राथमिक चिकित्सा]]
[[श्रेणी:विष]]
 
[[enar:Poissionسم]]
[[bs:Otrov]]
[[bg:Отрова]]
[[ca:Verí]]
[[cs:Jed]]
[[cy:Gwenwyn]]
[[da:Gift]]
[[de:Gift]]
[[en:Poision]]
[[et:Mürk]]
[[el:Δηλητήριο]]
[[es:Veneno]]
[[eo:Veneno]]
[[eu:Pozoi]]
[[fa:سم]]
[[fr:Poison]]
[[gl:Veleno]]
[[ko:독]]
[[hr:Otrov]]
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[[id:Racun]]
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[[he:רעל]]
[[la:Venenum]]
[[lv:Inde]]
[[lb:Gëft]]
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[[ml:വിഷം]]
[[mr:विष]]
[[nl:Vergif]]
[[ja:毒]]
[[no:Gift]]
[[nn:Gift]]
[[pl:Trucizna]]
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[[fi:Myrkyllisyys]]
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[[te:విషం]]
[[tg:Заҳр]]
[[tr:Zehir]]
[[uk:Отрути]]
[[vi:Chất độc]]
[[wa:Pwezon]]
[[zh:毒物]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/विष" से प्राप्त