"भरत (महाभारत)": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Raja Ravi Varma - Mahabharata - Shakuntala.jpg|thumbnail|200px|शकुन्तला पीछे मुड़कर देखती हुई]]
[[चित्र:Ravi Varma-Shakuntala.jpg|right|thumb|200px|शकुन्तला]]
[[चित्र:Shakuntala RRV.jpg|right|thumb|200px|शकुन्तला दुष्यनत की याद में]] राजा भरत दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र थे शकुंतला के पिता का नाम विश्वामित्र था, दुष्यंत गंधर्व राजकुमार से उन्होंने शकुंतला से विवाह किया था लेकिन बाद में वे उन्हें भूल गए थे लेकिन बाद में उन्हें शकुंतला को एक मुद्रिका दी थी एक समय वह मुद्रिका का शकुंतला से खो गई थी जिसे एक मछली निगल लिया था एक मछुआरे ने उस मछली को पकड़कर जब काटा तो उसे मुद्रिका प्राप्त हुई वह उसे बेचने गया लेकिन उसे इसका मूल्य कोई नहीं देख सका फिर वह राजदरबार में गया जब राजा दुष्यंत ने उस मुद्रिका को देखा तो उन्हें शकुंतला की याद वापस आ गई और सत्कार पूर्वक भी शकुंतला और अपने पुत्र भरत को लेकर आ गए आगे चलकर वही भरत चक्रवर्ती के नाम से हस्तिनापुर का राजा बना आज हमारे देश का नाम भारत उसी के नाम की ऊपर रखा गया है सिंघो के साथ के साथ बचपन में खेला करता था पर्वत महावीर शक्तिशाली और पराक्रमी राजा था Jai Rajpuatana Jai Ma Bhavani
 
== सन्दर्भ ==